मिर्जापुर फिल्म देखकर युवकों को दौलतमंद बनने का चढ़ा शौक, करने लगे गो मांस की तस्करी
वेब सीरीज मिर्जापुर देख तीन युवकों ने कम समय में दौलतमंद बनने की ठान ली। पटकथा के आधार पर तस्करी का तरीका अपनाया। फर्क बस इतना था कि वेब सीरीज में कालीन के बीच रख चरस की तस्करी की जा रही थी और यहां सब्जियों के बीच गोमांस की।
बरेली, जेएनएन। वेब सीरीज मिर्जापुर देख तीन युवकों ने कम समय में दौलतमंद बनने की ठान ली। बकायदा वेब सीरीज की लिखी पटकथा के आधार पर तस्करी का तरीका अपनाया। फर्क बस इतना था कि वेब सीरीज में कालीन के बीच रख चरस की तस्करी की जा रही थी और यहां सब्जियों के बीच गोमांस की। बस जमीनी और फिल्मी पटकथा में भेद करना आरोपित भूल गए और यहीं फेल हो गए। पुलिस ने तीन युवकों को 30 क्विंटल गोमांस के साथ गिरफ्तार किया। पकड़े गए तीन युवकों में आजाद कुमार और राहुल रायबरेली के रहने वाले हैं, वहीं तीसरा मेरठ का इमरान है।
मामला सीबीगंज का है। गाड़ी में जो सब्जी लदी थी वह भी सड़ी हुई थी। गोभी के साथ हरी मिर्च और सोयामेथी थी। सबसे ऊपर गोभी के पत्ते थे। दूर से सब्जियां हरी-भरी दिखें, इसके लिए आरोपितों ने ऊपर और बाहर की ओर हरे पत्ते रखे थे। उस पर पानी का छिड़काव भी था। पुलिस को सब्जी भरे ट्रक में प्रतिबंधित गोमांस छिपाकर ले जाए जाने की सूचना मिली। एसएसआइ प्रदीप विश्नोई टीम के साथ बड़ा बाइपास पहुंचे। ट्रक रुकवाकर सब्जियां हटाईं गईं तो गोमांस बरामद हुआ। वेटनरी डॉक्टर सुनैना सिंह ने गोमांस की पुष्टि की। मामले में पुलिस ने ट्रक चालक आजाद समेत राहुल और इमरान को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य सरगना इमरान है।
दिल्ली जा रही थी सप्लाई
आरोपितों ने गोमांस खीरी के गोला से लोड किया था, जो सप्लाई के लिए दिल्ली जा रहा था। पकड़े गए रायबरेली के दोनों युवकों ने बताया कि हमें सिर्फ माल ले जाना था। इसके अंदर क्या लदा था, इस बात की जानकारी हमें नहीं थी। गाड़ी इमरान ने ही लोड कराई थी। पुलिस तीनों का आपराधिक रिकॉर्ड तलाश रही है।
क्या कहना है पुलिस का
सीबीगंज थाने के इंस्पेक्टर बच्चू सिंह का कहना है कि पकड़े गए तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बुधवार को तीनों के जेल भेजा जाएगा।