Health : यूपी में मीजल्स-रुबेला अभियान रहा सफल, अब निमोनिया टीकाकरण होगा निश्शुल्क
मीजल्स-रुबेला टीकाकरण की सफलता के बाद अब प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में न्यूमोकोकल कॉनजुगेट वैक्सीन भी निश्शुल्क उपलब्ध होगी।
बरेली, जेएनएन : मीजल्स-रुबेला टीकाकरण की सफलता ने प्रदेश में निमोनिया समेत अन्य टीकाकरण की राह खोल दी है। जल्द ही प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में न्यूमोकोकल कॉनजुगेट वैक्सीन भी निश्शुल्क उपलब्ध होगी। इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 12 जिलों में शुरू कर दिया गया है। मार्च से यह बरेली समेत अन्य जिलों में निश्शुल्क दिए जाने की संभावना है। इससे बच्चे खतरनाक निमोनिया से बच सकेंगे। वहीं, प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन के लिए पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ेगा।
अभियान से रुटीन टीकाकरण को मिला लाभ
प्रदेश में मीजल्स-रूबेला अभियान को जबरदस्त सफलता मिल रही है। अब तक अभियान का 92.12 फीसद लक्ष्य पूरा भी हो चुका है। बरेली 98 फीसद अंक हासिल कर 21वें स्थान पर है। अभियान में नौ माह से 15 साल तक के बच्चों का टीकाकरण किया गया है। सरकारी अस्पतालों में चल रहे मीजल्स के नियमित टीकाकरण में रूबेला जुड़ा है। टीका छह और नौ माह के तमाम बच्चों को लगा है। इस कारण अभियान से नियमित टीकाकरण को भी खासा लाभ हुआ है।
मार्च से निमोनिया की वैक्सीन मिलने की संभावना
ग्लोबल एलाइंस फॉर वैक्सींस एंड इमुनाइजेशन संस्था (गावी) देश भर में तमाम बीमारियों से रोकथाम को वैक्सीन उपलब्ध करवा रही है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. दीपा सिंह के मुताबिक, प्रदेश के 12 जिलों में गावी ने न्यूमोकोकल कॉनजुगेट वैक्सीन को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दिया है। खीरी, सीतापुर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बहराइच, श्रावस्ती, लखनऊ, बाराबंकी, हरदोई, फैजाबाद, गोंडा, बस्ती में यह टीका बच्चों को लगाया जा रहा है। मार्च में यह वैक्सीन बरेली समेत अन्य जिलों में शुरू होने की संभावना है।
85 फीसद नियमित टीकाकरण लक्ष्य के करीब प्रदेश
वैक्सीन विज्ञान के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. अतुल अग्रवाल के मुताबिक, गावी ऐसे प्रदेशों को न्यूमोकोकल वैक्सीन मुहैया करा रही है, जहां करीब 85 फीसद नियमित टीकाकरण हो रहा है और इसकी वेस्टेज की कम से कम संभावना हो। एमआर अभियान एक तरह से सिस्टम की क्षमता के परीक्षण के लिए भी था, जिस पर स्वास्थ्य महकमा पास हुआ है। प्रदेश में करीब 83 फीसद नियमित टीकाकरण का लक्ष्य पूरा कर लिया है। बरेली में यह करीब 82 फीसद है। इससे आगे निमोनिया समेत अन्य टीकाकरण की राह खुल गई है।
लाखों नौनिहालों को होगा फायदा
विशेषज्ञों के मुताबिक, प्रदेश में हर साल करीब साठ लाख बच्चे पैदा होते हैैं। दो साल तक के बच्चों की संख्या करीब सवा करोड़ है। न्यूमोकोकल कॉनजुगेट वैक्सीन से लाखों बच्चे खतरनाक बीमारी से बचेंगे। नियमित टीकाकरण में पेंटा वैलेंट के साथ एक भाग निमोनिया का है जो छह, दस, 14 हफ्ते और डेढ़ साल में दिया जाता है। अब न्यूमोकोकल वैक्सीन डेढ़ माह, साढ़े तीन माह और नौ माह पर लगाया जाएगा। प्राइवेट अस्पतालों में यह टीका 38 सौ रुपये का है, जिसे सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में लगाया जाएगा।
जिले में नियमित टीकाकरण का लक्ष्य 82 फीसद पूरा
जिले में नियमित टीकाकरण का लक्ष्य 82 फीसद होने से न्यूमोकोकल कॉनजुगेट वैक्सीन मिलने की संभावना बढ़ी है। एमआर अभियान में भी हम काफी आगे हैैं। मार्च में यह वैक्सीन मिलने के बारे में सुना जा रहा है, लेकिन अभी इस बाबत कोई पत्र नहीं आया है। -डॉ. विनीत शुक्ल, सीएमओ