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बरेली कॉलेज में शिक्षकों के विवाद पर प्रशासन सख्त, Bareilly News

बरेली कॉलेज में शिक्षकों के विवाद और बिगड़ते व्यवहार पर अंकुश लगाने के लिए प्रबंधन और प्रशासन दोनों ने संज्ञान लिया है।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Fri, 20 Sep 2019 10:07 PM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2019 10:07 PM (IST)
बरेली कॉलेज में शिक्षकों के विवाद पर प्रशासन सख्त, Bareilly News
बरेली कॉलेज में शिक्षकों के विवाद पर प्रशासन सख्त, Bareilly News

जेएनएन, बरेली : बरेली कॉलेज में शिक्षकों के विवाद और बिगड़ते व्यवहार पर अंकुश लगाने के लिए प्रबंधन और प्रशासन दोनों ने संज्ञान लिया है। कक्षा में छात्र पर कमेंट और मोबाइल तोड़ने की लिखित शिकायत पर शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं, र्दुव्‍यवहार की जांच से किनारा करने पर तीन महिला एसोसिएट प्रोफेसर से जवाब तलब होगा। इतिहास विभाग के संविदा शिक्षकों के विवाद की लिखित शिकायत नहीं मिली है। इस कारण इस पर कार्रवाई अटकी है।

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सीसीटीवी की फुटेज निकलवाएं

बरेली कॉलेज में बुधवार को समाज शास्त्र विभाग में एक छात्रा देरी से पहुंची। शिक्षक ने उन्हें देरी से आने के लिए फटकारा। आरोप है कि मेज पर उनका मोबाइल देखकर वह भड़क गए और उसे फर्श पर पटक कर तोड़ दिया। मौखिक शिकायत के अगले दिन छात्र ने प्राचार्य को लिखित शिकायत दी। बोलीं, कक्षा में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकलवा लें। मेरी गलती निकले तो जो कार्रवाई करें। मेरे पिता प्लंबर हैं, अब टूटा मोबाइल सही कराने के लिए रुपये तक नहीं हैं। लिखित शिकायत पर प्राचार्य ने शिक्षक को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं, शिक्षकों के मुताबिक छात्र कई दिनों बाद कक्षा में पहुंचीं, इसलिए उन्हें डांटा गया।

पूछा सवाल, बीच में क्यों छोडी जांच 

कैंपस के मैथ्स विभाग की एक शिक्षिका ने अपने सहयोगी शिक्षक पर र्दुव्‍यवहार का आरोप लगाया है। प्राचार्य ने पांच सदस्यीय महिला शिकायत निवारण समिति को जांच सौंपी। जांच के बीच ही तीन सदस्यों ने किनारा कर लिया। यह कहते हुए कि वह अपने सीनियर की जांच करने में सहज नहीं। इससे समिति का कोरम अधूरा रह गया। गुरुवार को प्राचार्य ने डॉ. अनीता सिंह को समिति में शामिल किया है। अब डॉ. नसीम अख्तर, डॉ. वंदना शर्मा और डॉ. अनीता सिंह जांच करेंगी। विभाग में 11 सिंतबर को शिक्ष‍िका और शिक्षक के बीच विवाद हुआ था।

शिक्षक-छात्र विवाद में मुकदमेबाजी

अगस्त में एडमिशन के दौरान शिक्षक-छात्र के बीच विवाद हो गया था। इसका एक वीडियो वायरल हुआ। इसके बाद छात्र ने शिक्षक के विरुद्ध एससी-एसटी आयोग में मुकदमा दर्ज कराया। इसको लेकर कई दिन हंगामा हुआ। अब यह प्रकरण अनुसूचित जाति आयोग तक पहुंचा चुका है।

शिक्षक पढ़ाएं तो विद्यार्थी कक्षा में नहीं आते

समाजशास्त्र विभाग में छात्र के साथ घटना पर शिक्षकों की राय बंटी है। वह मोबाइल तोड़ने को गलत ठहराते हैं। कमेंट पर कहते हैं कि एक तरफ शिक्षकों पर आरोप लगते कि वे कक्षा में नहीं पढ़ाते। जो पढ़ा रहे हैं, वहां विद्यार्थी पढ़ने नहीं आते। टोकने को भी गलत अर्थ में ले जाते हैं। विवि का नियम है 75 प्रतिशत हाजिरी चाहिए। बच्चे को टोक दें तो वे आरोप लगाते।

छात्र का मोबाइल तोड़ने की शिकायत पर शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है। र्दुव्‍यवहार की जांच छोड़ने पर तीनों शिक्षिकाओं से जवाब लिया जाएगा। शुक्रवार को पत्र जारी होगा।

डॉ. अजय शर्मा, प्राचार्य बरेली कॉलेज

घटनाओं की जानकारी मिली है। शुक्रवार को प्राचार्य को बुलाया है। उनसे बात की जाएगी। दूसरा, शिक्षकों की यह जिम्मेदारी है कि वे पढ़ाई का अच्छा माहौल बनाने में सहयोग करें।

देवमूर्ति, प्रबंधक, बरेली कॉलेज प्रबंध समिति


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