UP Crime : Kanpur Encounter के बाद बरेली एडीजी अफसरोंं से बोले- धोखा न खा जाना
कानपुर एनकाउंटर केस के बाद अब पुलिस होमवर्क पूरा करने के बाद ही दबिश देगी। पुलिस अफसरों का मानना है की मजबूत प्लानिंग होती तो इतने पुलिस कर्मियों की जान नहीं जाती।
बरेली, जेएनएन । कानपुर एनकाउंटर के दौरान पुलिस की लापरवाही से आठ पुलिस कर्मियों की जान चली गई। इस घटना ने जहां पूरे प्रदेश के पुलिस महकमे को हिला दिया है। वहीं अब पुलिस अफसर भी ऐसी लापवाही के प्रति पूरी तरह से सर्तक हो गए है। इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हों। इसके लिए बरेली एडीजी जोन अविनाश चंद्रा ने विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अपने अधीनस्थ अफसराें के साथ बैठक की। इसके साथ ही उन्होंने पूरी प्लानिंग के साथ दबिश देने के निर्देश दिए है।
होमवर्क पूरा करके ही दे दबिश
कानपुर एनकाउंटर केस के बाद अब पुलिस का पूरा ध्यान होमवर्क पर होगा। पुलिस अफसरों का मानना है की मजबूत प्लानिंग होती तो इतने पुलिस कर्मियों की जान नहीं जाती। इसीको देखते हुए एडीजी ने सभी अफसरों को दबिश के पहले प्लानिंग करने के निर्देश जारी किए है। इसके साथ ही पुलिस को अपने सूचना तंत्र को भी अपग्रेड करने की जरुरत नजर आती है। हालांकि पुलिस अफसर इस बात को भी मानते है की उनका सूचना तंत्र कुछ कमजोर हुआ है। जिसके पीछे एक नहीं कई कारण है।
अपराधियों पर करेगी सख्त कार्रवाई
एडीजी ने पुलिस अफसरों से अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। उन्हाेंने अफसरों को अपराधियों की सूची तैयार कर पूरी तैयारी के साथ कार्रवाई करने के निर्देश भी जारी किए है। इसके अलावा एडीजी ने कांवड़ यात्रा और कोविड-19 के नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए। एडीजी ऑफिस में डीआइजी राजेश पांडेय भी मौजूद रहे। वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुरादाबाद रेंज के डीआइजी, सभी नौ जिलों के कप्तान, एडीशनल एसपी व सीओ शामिल हुए।
बिशारतगंज में दो घटनाओं में पुलिस से भिड़े लोग
पिछले दो दिन में ऐसी दो घटनाएं हुईं जिसमें लोग पुलिस से भिड़ गए। विशारतगंज के पुराना बाजार जैतपुर मोड़ के समीप एक ट्रैक्टर से जाम की स्थिति बनी हुई थी। इसी को लेकर पीआरवी पर तैनात पुलिस कर्मी व एक दुकानदार के बीच पहले गाली गलौच हुई। बाद में दुकानदार द्वारा खींचे जाने पर पुलिस कर्मी की वर्दी के बटन टूट गए। हालांकि, पुलिस आरोपित को थाने भी ले गई। मामले में कस्बा इंचार्ज अमित कुमार ने बताया कि आरोपित के परिजनों व चेयरमैन द्वारा अवगत कराया गया कि आरोपित की मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह गलती कर बैठा। इसकी पुष्टि के बाद आरोपित को छोड़ दिया गया।
वहीं पूर्वी रेलवे केबिन के समीप तीन पीआरवी के सिपाहियों को लोगों द्वारा दौड़ाने की चर्चा है। लोगों का कहना है कि उन्हें इसलिए दौड़ा लिया गया कि वह लोग बेवजह कुछ लोगों को परेशान कर रहे थे। कुछ लोगों ने पुलिस कर्मियों के नशे में होने की बात भी कही है। हालांकि, स्थानीय पुलिस ने ऐसी किसी भी घटना से इंकार किया है।
मामले की जानकारी नहीं है। अगर ऐसा हुआ है तो जांच कराकर कार्रवाई भी कराई जाएगी। - संसार सिंह, एसपी देहात