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बदायूं में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की तलाश में छापा

कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के शहर में मौजूद होने की शिकायत पर सिटी मजिस्ट्रेट केके अवस्थी के नेतृत्व में पुलिस ने बताए गए स्थान पर छापामारी की।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Tue, 23 Apr 2019 11:21 PM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2019 09:47 AM (IST)
बदायूं में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की तलाश में छापा
बदायूं में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की तलाश में छापा

जेएनएन, बरेली : कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के शहर में मौजूद होने की शिकायत पर सिटी मजिस्ट्रेट केके अवस्थी के नेतृत्व में पुलिस ने बताए गए स्थान पर छापामारी की। हालांकि, इस दौरान वहां मंत्री नहीं मिले। सपा प्रत्याशी व सांसद धर्मेंद्र यादव के प्रशासन पर सत्तापक्ष के दबाव में काम करने का आरोप लगाने पर यह कार्रवाई की गई थी। उनका आरोप था कि कि कैबिनेट मंत्री आवास विकास स्थित घर में मौजूद हैं और यह आचार संहिता का उल्लंघन है।

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सांसद धर्मेंद्र यादव ने यह लगाए आरोप

मंगलवार सुबह धर्मेंद्र ने आरोप लगाया कि प्रशासन अभी भी तमाम हथकंडे दिखा रहा है। भाजपा प्रत्याशी संघमित्रा मौर्य के पिता व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य आवास विकास कॉलोनी के मकान संख्या 230 में मौजूद हैं। सोमवार रात वह एक अन्य भाजपा नेता के आवास पर भी देखे गए थे। यह आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्होंने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से लेकर प्रशासन तक की है लेकिन, कहीं सुनवाई नहीं हुई। अगर वो सोच रहे हैं कि यहां रहकर गुंडई के बल पर गड़बड़ी करेंगे तो बदायूं वालों ने ऐसा नहीं होने दिया है। हम समाजवादियों को कोई परवाह नहीं है। अपार जनसमर्थन हमें मिल रहा है। वो चाहें तो योगी को भी यहां बुलाकर बैठा लें। कहा कि मशीनों में लगातार खराबी आ रही है, जबकि कुछ देर बाद वही मशीनें सही हो जाती हैं, पता नहीं प्रशासन क्या कर रहा है?

आरोप पर प्रशासन पहुंचा

सपा प्रत्याशी के आरोप पर प्रशासन तुरंत हरकत में आया। सिटी मजिस्ट्रेट ने भारी मात्रा में पुलिस बल लेकर बताए गए मकान पर छापा मारा लेकिन, वहां कैबिनेट मंत्री मौजूद नहीं थे। हालांकि, अधिकारियों का कहना था कि आवास विकास में यूपी 32, एचएल 5000 नंबर की एक कार खड़ी मिली है। यह संघमित्रा के लिए प्रचार करने आए लोगों की थी।

सीओ सिटी बोले, झूठी निकली सूचना

सूचना मिली थी, इसलिए सिटी मजिस्ट्रेट के साथ छापामारी करने गए थे। हालांकि सूचना झूठी निकली। वहां कोई नहीं मिला। - राघवेंद्र सिंह, सीओ सिटी  


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