Accountant Robbery Case : चाय वाले ने लिखी थी 50 लाख लूटने की स्क्रिप्ट Bareilly News
उत्तराखंड के किच्छा स्थित बीटीसी सरिया फैक्ट्री फैक्ट्री के मुनीम से पचास लाख की लूट की पूरी कहानी एक चाय वाले ने लिखी थी।
जेएनएन, बरेली : उत्तराखंड के किच्छा स्थित बीटीसी सरिया फैक्ट्री फैक्ट्री के मुनीम से पचास लाख की लूट की पूरी कहानी एक चाय वाले ने लिखी थी। फैक्ट्री के बोलेरो चालक ने अक्सर मोटा कैश लाने की जानकारी दी तो उसके दिमाग में इस अपराध ने जन्म लिया और सबसे पहले उसे ही साथी बना लिया। इसके बाद पीछा करने के लिए एक गाड़ी, लूट के लिए बदमाशों और रकम ठिकाने लगाने के इंतजाम किए गए। पूरी वारदात में चालक, चाय वाले समेत कुल दस बदमाश शामिल थे।
सरिया फैक्ट्री के मालिक तुषार अग्रवाल के मुनीम अनिक अग्रवाल निवासी अफजलगढ़ शुक्रवार को चालक मगन के साथ तकादा वसूलने निकले थे। रात को वापसी के वक्त भोजीपुरा के अटामांडा के पास दूसरी बोलेरो सवार छह बदमाशों ने ओवरटेक कर उन्हें रोका और कार में पचास लाख रुपये भरा बैग लूटकर फरार हो गए थे।
घटना के बाद पुलिस ने मुनीम अनिक व पीलीभीत के बिलसंडा निवासी चालक मगन से लंबी पूछताछ की थी। जिसके बाद पुलिस ने माना कि लूट में चालक मगन की भूमिका है। उससे कई चरणों में हुई पूछताछ के बाद पुलिस खुलासे के करीब पहुंच चुकी है। कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है।
सूत्रों की मानें तो घटना की स्क्रिप्ट किच्छा में स्थित फैक्ट्री के बाहर चाय की दुकान चलाने वाले ने लिखी। उसने सबसे पहले इसमें ड्राइवर को शामिल किया क्योंकि उसने ही बताया था कि वह इतनी बड़ी रकम लेकर अक्सर आता है। इसके बाद उसने घटना स्थल तय किया और बरेली के पांच बदमाशों से संपर्क किया। घटना को अंजाम देने के लिए एक कार की जरूरत थी तो चाय वाले ने अपने एक साथी की मदद से एक बोलेरो का इंतजाम किया। इतना ही नहीं लूट के बाद रकम को ठिकाने किन लोगों को लगाना है इसका भी पूरा ताना बाना बुना जा चुका था।
पांच बदमाशों ने दिया था लूट को अंजाम
मुनीम से लूट के समय घटना स्थल पर कुल पांच बदमाश थे। इनमें चार गाड़ी से बाहर आए और दोनों को बंधक बनाकर रुपये से भरा बैग लूट लिया। जबकि एक बदमाश गाड़ी स्टार्ट किए खड़ा रहा। 50 लाख लूटने के बाद वे फरार हो गए।
उत्तराखंड नहीं, लूट के बाद बरेली लौटे बदमाश
लूट करने के बाद बदमाश बहेड़ी के रास्ते उत्तराखंड भाग गए ऐसा बताया जा रहा था। लेकिन वे उत्तराखंड गए ही नहीं। पांचों बदमाश रिठौरा होते हुए वापस बरेली आए और अपने तय स्थान पर पहुंच गए। वह रविवार तक घर पर ही थे, लेकिन पुलिस को भनक लगते ही फरार हो गए थे।
रुपये ठिकाने लगाने में फंस सकते सफेदपोश
चूंकि पचास लाख बड़ी रकम होगी इसलिए उसे ठिकाने भी लगाना जरूरी होगा। इसका प्लान पहले ही तैयार हो गया था। उसी के अनुसार बदमाशों ने यह रकम ठिकाने लगा दी ताकि बाद में धीरे-धीरे वह रकम धीरे-धीरे निकाली जाए और किसी को शक भी न हो। पुलिस के राजफाश में दो बड़े नाम भी सामने आ सकते हैं। बदमाशों ने लूट के बाद बरेली आकर रकम को उन्हीं के हवाले किया था।
सरिया फैक्ट्री के मुनीम से लूट के मामले में कई अहम जानकारियां हाथ लगी हैं। घटना के राजफाश के लिए पांच पुलिस टीमें काम कर रही हैं। एक दो दिन में घटना पूरी तरह से राजफाश किया जाएगा।
- शैलेश पांडेय, एसएसपी