बरेली में अल्फाबेट के हिसाब से लगेगी स्नातक छात्राओं की क्लास
वीरांगना अवंती बाई लोधी राजकीय कन्या महाविद्यालय में सोमवार से आफलाइन कक्षाएं शुरू होंगी। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए स्नातक की कक्षाएं रोस्टर के अनुसार चलाई जाएंगी।
बरेली, जेएनएन : वीरांगना अवंती बाई लोधी राजकीय कन्या महाविद्यालय में सोमवार से आफलाइन कक्षाएं शुरू होंगी। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए स्नातक की कक्षाएं रोस्टर के अनुसार चलाई जाएंगी। कोविड-19 से बचाव के लिए कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं के नाम के अल्फाबेट के अनुसार क्लास के दिन तय किए हैं। ए से जेड तक नाम के अनुसार पूरा विवरण कॉलेज की वेबसाइट और नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दिया गया है। यूनिफार्म में आएंगी छात्राएं, लाना होगा अनुमति पत्र
कॉलेज की प्राचार्य डॉ. संध्या सक्सेना ने बताया कि सभी छात्राओं को महाविद्यालय की यूनिफार्म में अभिभावकों के अनुमति पत्र के साथ आना होगा। छात्राएं मास्क पहनकर आएंगी। पीने का पानी भी साथ लेकर आना होगा। अल्फाबेट के अनुसार यह है शेड्यूल बीए प्रथम, द्वितीय, तृतीय वर्ष - दिन
ए से एल नाम वाली छात्राएं -सोमवार, मंगलवार
एम से पी नाम वाली छात्राएं-बुधवार, गुरुवार
क्यू से जेड नाम वाली छात्राएं : शुक्रवार, शनिवार बीकॉम प्रथम, द्वितीय, तृतीय वर्ष : दिन
ए से एन नाम वाली छात्राएं : सोमवार, मंगलवार, बुधवार
ओ से जेड नाम वाली छात्राएं : गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार बीएससी प्रथम, द्वितीय, तृतीय वर्ष - दिन
ए से एन नाम वाली छात्राएं : सोमवार, मंगलवार, बुधवार
ओ से जेड नाम वाली छात्राएं : गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार
वर्जन
हिन्दी, समाजशास्त्र, होम साइंस, अंग्रेजी जैसे विषय में तीन से चार सौ छात्राएं हैं। एक साथ बैठाना मुश्किल है। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए स्नातक में छात्राओं के नाम के अल्फाबेट के मुताबिक कक्षाओं के लिए दिन तय किए गए हैं।
- डॉ. रंजू राठौर, मीडिया प्रभारी
आर्किटेक्ट व बीटेक छात्र डिजाइन करेंगे सरकारी इमारतें व वेबसाइट
बरेली, जेएनएन : एमबीए के छात्रों से महिला समूहों के उत्पादों की ब्रांडिग के लिए प्रोजेक्ट तैयार कराने के बाद अब आर्किटेक्ट के छात्रों से सरकारी इमारतों की डिजाइन तैयार करवाई जा रही है। पहला प्रोजेक्ट भोजीपुरा बिल्वा का है। सोमवार को छात्रों का ग्रुप बिल्वा जाएगा।
सीडीओ चंद्रमोहन गर्ग के मुताबिक कॉलेज के छात्रों की मेधा का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे छात्रों को प्रैक्टिकल नॉलेज मिलेगी और विभागों को भी फायदा होगा। आर्किटेक्ट के छात्रों को ग्राम पंचायत के भवन, सरकारी स्कूलों का जीर्णोद्धार, तहसील के भवन, सरकारी इमारतों में बदलाव के प्लान तैयार करने होंगे। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में भी आर्किटेक्ट के छात्रों की मदद ली जाएगी। सरकारी वेबसाइट की बदलेंगे डिजाइन
सरकारी वेबसाइट और पब्लिक अप्लीकेशन की डिजाइन सही न होने के चलते लोग को छोटी-छोटी जानकारी के लिए काफी देर तक उलझे रहते हैं। वेबसाइट का समय पर अपडेट न होना भी एक बड़ी समस्या है। सीडीओ ने बीटेक के छात्रों से सरकारी वेबसाइट और पब्लिक अप्लीकेशन को डिजाइन कराने का अभिनव प्रयोग किया है।
वर्जन
कॉलेज के बच्चों को लेकर योजना तैयार की गई है। इससे उनकी प्रतिभा में भी निखार आएगा। सरकारी इमारतें और वेबसाइट भी नए रूप में नजर आने लगेंगी। इन प्रोजेक्ट से आने वाले समय में लोगों को काफी फायदा होगा।
- चंद्र मोहन गर्ग, सीडीओ बरेली