तीन दिन से लापता युवक की हत्या, ग्रामीणों ने किया हंगामा और फूंकी झोपड़ियां
नारायन नगला में खनन करते समय लापता हुए युवक का शव रविवार को जेसीबी पलटने के स्थान से 800 मीटर दूर नदी में मिला। इस पर आक्रोशित भीड़ ने चौकी में जमकर हंगामा किया। वहीं पट्टा स्थल पर बनी अस्थायी झोपडिय़ों को आग के हवाले कर दिया।
बरेली, जेएनएन। नारायन नगला में खनन करते समय लापता हुए युवक का शव रविवार को जेसीबी पलटने के स्थान से 800 मीटर दूर नदी में मिला। इस पर आक्रोशित भीड़ ने चौकी में जमकर हंगामा किया। वहीं, पट्टा स्थल पर बनी अस्थायी झोपडिय़ों को आग के हवाले कर दिया। स्वजन ने हत्या का आरोप लगाते हुए पट्टा मालिक समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
गुरुवार रात नारायन नगला स्थित किच्छा नदी पर खनन कर रही एक जेसीबी पलट गई थी। हादसे के दौरान चालक अलीगढ़ निवासी बुंदू खां लापता हो गए थे। जेसीबी को पुलिस की मदद से निकाल लिया गया, मगर बुंदू खां का सुराग नहीं लगा। ग्रामीणों ने पट्टा धारक पर पट्टे की आड़ मेें अवैध खनन करने का आरोप लगाया था। रविवार को घटनास्थल से करीब 800 मीटर की दूरी पर किच्छा नदी में बुंदू खां का शव मिला। आक्रोशित स्वजन का आरोप है कि पट्टा धारक ने उनकी हत्या की है। स्वजन ने चौकी में जमकर हंगामा किया। वही, ग्रामीणों ने पट्टा स्थल पर बनी अस्थायी झोपडिय़ों को आग के हवाले कर दिया। बहेड़ी थाना प्रभारी व ट्रेनी आइपीएस सत्यनारायण प्रजापति ने बताया कि मामले में पट्टा धारक समेत नौ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
बेटा बोला, पिता की हुई है हत्या
बुंदू खां के बेटे फकरे आलम ने आरोप लगाया कि उनके पिता ने पट्टे में दस लाख रुपये लगाए थे। रकम हड़पने के लिए उनके पिता की सुनियोजित तरीके से पट्टा धारक व उसके साथियों ने हत्या कर दी। उसके मुताबिक, उन्हें बताया गया था कि उनके पिता जेसीबी पलट कर भाग गए हैं। बाद में जब वे मौके पर पहुंचे तो पट्टा धारक उन्हें गुमराह करता रहा। रविवार को पिता की लाश बरामद हो गई।
800 मीटर दूर कैसे पहुंचा शव
मामले में कई सवाल उठ रहे हैं। पुलिस की मानें तो जेसीबी पलटने के दौरान बुंदू खां के लापता होने की उसे सूचना मिली थी तो जेसीबी पलटने की जगह से 800 मीटर दूर बुंदू खां का शव कैसे पहुंचा। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि बुंदू खां की मौत का संबंध अवैध खनन से हो सकता है, क्योंकि जिस जगह शव मिला है वह पट्टे की जद से दूर बताई जा रही है। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है, मगर जांच का विषय है।
प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली से ग्रामीण नाराज
ग्रामीणों का कहना है कि घटना से किच्छा नदी पर चल रहे अवैध खनन की बात उजागर हो गई है। वहीं, प्रशासन व पुलिस मामले में लीपापोती कर रहे हैं। इससे नाराज भीड़ ने पट्टा स्थल पर बनी अस्थायी झोपडिय़ों को आग के हवाले कर दिया। चौकी प्रभारी के लगातार पट्टा धारक का पक्ष लेने पर जमकर हंगामा किया।
मौके से फरार हुआ पट्टा धारक
बुंदू खां का शव बरामद होने से पहले ही पट्टा धारक मौके से फरार हो गया। स्वजन ने आरोप लगाया कि उन्होंने कई बार नारायन नगला चौकी प्रभारी से उसे रोकने की मांग की, लेकिन उन्होंने पट्टा धारक को रोका नहीं, बल्कि उसकी जी हूजूरी करते रहे।
सफेदपोश हुए पट्टा धारक को बचाने के लिए सक्रिय
पट्टा धारक पर हत्या का आरोप लगने के बाद उसे बचाने के लिए सफेदपोश सक्रिय हो गए। उसके कई लोग घटनास्थल पर भी मौजूद थे। वह बुंदू के स्वजन को चुप रहने तथा पुलिस से साठगांठ करने की कोशिश करते रहे।
क्या कहना है एसएसपी का
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि पुलिस को जेसीबी पलटने व एक युवक के गायब होने की सूचना मिली थी। युवक का शव मिल गया है। स्वजन ने हत्या का आरोप लगाया है। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार कार्रवाई की जाएगी।