बरेली में 8000 फड़ वालों को मिलेगा आर्थिक सहारा Bareilly News
स्ट्रीट वेंडर्स किसानों मजदूरों के लिए कई ऐलान किए गए सड़क किनारे पर लगाने वालों के लिए लोन दिया जाएगा नगर निगम सीमा के अंदर करीब 8000 फड़ ठेले वाले हैं।
बरेली, जेएनएन। कोरोना के कारण प्रभावित हुए हर सेक्टर को सुधारने की कवायद में केंद्र सरकार विशेष पैकेज दे रही है इसी क्रम में गुरुवार को स्ट्रीट वेंडर्स किसानों मजदूरों के लिए कई ऐलान किए गए सड़क किनारे पर लगाने वालों के लिए लोन दिया जाएगा नगर निगम सीमा के अंदर करीब 8000 फड़, ठेले वाले हैं। लॉक डाउन के कारण इनका काम पूरी तरह बंद हो गया था महज सब्जी विक्रेता ही अपनी नियमित दिनचर्या के अनुसार आय के साधन जुटा सके।
सरकार इनके लिए दो से दस हजार तक का लोन देगी। ऑनलाइन आवेदन के जरिए लोन पा सकेंगे। शहर में फड़ लगाने वालों में सबसे अधिक संख्या कपड़ा विक्रेताओं की है इंदिरा मार्केट जैसे पूरे बाजार फड़ पर ही लगते हैं। इसके अलावा जिले में दो लाख किसानों के क्रेडिट कार्ड अभी नहीं बने है। नए ऐलान के बाद जरूरत पर इन लोगों को भी लोन मिलने का रास्ता साफ होगा।
पहले सरकार ने वेंडर्स को एक-एक हजार रूपए की आर्थिक मदद दी थी। सर्वे के बाद ब्यौरा अधिकारियों को सौंपा था। नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी ललितेश कुमार के मुताबिक पहले वेंडरों को आर्थिक मदद दी गई। अब उन्हें स्वावलंबी बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
सरकार के ऐलान में ऐसे शैक्षणिक और चिकित्सीय संस्थान नहीं रहे, जिन्होंने कोविड-19 के संक्रमण में अपने परिसर समर्पित किए हैं। उनका रेवेन्यू शून्य हो चुका है। इस दिशा में भी विचार होना चाहिए। आदित्य देव मूर्ति डायरेक्टर, एसआरएमएस
लॉक डाउन के वक्त खाद यूरिया के दामों में 50 फ़ीसदी छूट मिलनी चाहिए थी सरकारी खरीद केंद्रों पर सभी किसान गेहूं बेच नहीं सके। उन्हें बाजार में अच्छा दाम नहीं मिला। ट्यूबवेल के बिल भी पूर्व प्रतिपूर्ति होनी चाहिए। अनिल साहनी, उन्नति शील किसान
किसानों की समस्या ना सिर्फ सस्ता ऋण नहीं है फसल के लिए खाद अभी महंगी है उत्पादन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए जिम्मेदारी के साथ सरकार को आगे बढ़ना होगा सस्ता ऋण देने के विचार का स्वागत करना चाहिए। निहाल सिंह उन्नति शील किसान
चीन से नाराज होकर भारत आने वाली कंपनियों के लिए सरकार अच्छा वातावरण तैयार कर रही है किसान, रेहड़ी वालों के पास रुपया आने के बाद सकारात्मक पहल है बशर्ते कि इसमें पारदर्शिता रहे बैंक का दायित्व भी अब बहुत अधिक बढ़ जाता है। किशोर कटरु कारोबारी
हमें वित्त मंत्री की ऐलान के बारे में जानकारी मिली है लॉक डाउन के दौरान वेंडरों की हालत बहुत खराब हो गई थी अगर हमें सस्ते लोन दिए जाते हैं तो इससे बहुत मदद होगी सरकार के इस कदम से राहत मिलेगी। संतोष कुमार, वेंडर