आधे से ज्यादा ने छोड़ी सबसे बड़ी परीक्षा
यूपीएससी की ओर से आयोजित सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा में आधे से ज्यादा अभ्यर्थी दूर रहे।
जागरण संवाददाता, बरेली : संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की ओर से आयोजित सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा में आधे से ज्यादा अभ्यर्थी दूर रहे। प्री एग्जाम मात्र 42 फीसद अभ्यर्थी ही देने पहुंचे। बाकी 58 प्रतिशत अनुपस्थित रहे। देरी से पहुंचने वाले सैकड़ों अभ्यर्थियों को मौका नहीं मिला। कुछ केंद्रों के बाहर हंगामा भी हुआ।
बरेली के 37 परीक्षा केंद्रों पर 17810 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। सुबह की मीटिंग में महज 7569 और दोपहर की पाली में दूसरा पेपर देने के लिए इनमें से 7502 परीक्षार्थी ही पहुंचे। सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगे थे। हाईटेक नकल पर पहरे के लिए मोबाइल जैमर भी लगाए गए। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में परीक्षा हुई। सघन तलाशी लेकर अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया गया।
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दस मिनट पहले बंद गेट
आयोग ने इस बार परीक्षा से दस मिनट पहले एंट्री बंद करने का फैसला किया था। रविवार को इसका पालन हुआ, जो अभ्यर्थी देरी से पहुंचे, उन्हें एंट्री नहीं मिली। इस्लामियां इंटर कॉलेज से लेकर कई केंद्रों के बाहर अभ्यर्थियों ने हंगामा कर विरोध जताया। हालांकि इसका कोई असर नहीं हुआ।
-- आधार और कौशल पर पूछे सवाल
परीक्षार्थियों के मुताबिक, सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा में इस बार प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास के सवाल नहीं आए। सुबह की मीटिंग में हुए जनरल स्टडीज के पेपर में करेंट अफेयर के ज्यादातर सवाल, तीन चार-महीने की घटनाओं के इर्द-गिर्द के थे। आधार और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से जुड़े सवाल भी पूछे गए। दिव्यांगों को अतिरिक्त समय
इस्लामियां इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र पर दिव्यांगों का भी एक केंद्र बनाया गया था। यहां करीब 49 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। परीक्षार्थियों को कुछ अतिरिक्त समय दिया गया था।
केंद्र के बाहर बैठे परिजन
यह सिविल सेवा का क्रेज ही है कि परीक्षा देने पहुंचे तमाम अभ्यर्थियों के संग उनके परिजन भी आए। दोनों पालियों की परीक्षा में केंद्र के बाहर बैठकर बच्चों परीक्षा छूटने की राह ताकते रहे। रोडवेज से स्टेशन तक भीड़
बरेली केंद्र पर लखनऊ तक के अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे थे। शाम को परीक्षा के बाद रोडवेज से लेकर रेलवे स्टेशन तक अभ्यर्थियों की भीड़ नजर आई।
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बातचीत
केंद्र पर सारी व्यवस्थाएं थीं। जीएस का पेपर अच्छा हुआ है। अब रिजल्ट का इंतजार है।
तौहीद, परीक्षार्थी यह मेरा पहला प्रयास है। दोनों पेपर ठीक हुए हैं। उम्मीद है कि कट ऑफ में नंबर आ जाएगा।
शुभम सिंह, परीक्षार्थी बीटेक के बाद मैं एक निजी कंपनी में कार्यरत हूं। जीएस में करीब 30 फीसद करेंट अफेयर के प्रश्न हालिया घटना और योजनाओं से जुड़े पूछे गए।
प्रदीप तिवारी, परीक्षार्थी कुछ प्रश्न ज्यादा कठिन थे। प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास के सवाल हर बार आते थे, अबकी यह नहीं दिखे।
मुहम्मद नदीम, परीक्षार्थी