लॉकडाउन में पीएफ बना सहारा, 26 हजार खातों से निकाले गए 53 करोड़
कोरोना काल में ज्यादातर लोगों की कमाई पर असर पड़ा। कही कमाई घटी कही रोजगार जाता रहा। नतीजा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के सुरक्षित धन को लोगों ने निकालना शुरू किया।
बरेली, जेएनएन। कोरोना काल में ज्यादातर लोगों की कमाई पर असर पड़ा। कही कमाई घटी, कही रोजगार जाता रहा। नतीजा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के सुरक्षित धन को लोगों ने निकालना शुरू किया। विभागीय समीक्षा में बरेली और मुरादाबाद के 26 हजार अंशधारकों ने भविष्य के लिए सुरक्षित फंड से 53 करोड़ रुपये निकालकर मौजूदा जरूरताें पर खर्च किए।
विभाग के मुताबिक अप्रैल से अगस्त के बीच 16920 दावों होने चाहिए थे, लेकिन कोविड-19 के 9203 अतिरिक्त दावें सामने आए।ईपीएफओ ने 28 मार्च से अंशधारकों को लॉकडाउन के कारण आंशिक निकासी की अनुमति दी। केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय ने कोविड-19 के संकट में घोषित प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) के पैकेज के तहत दी गई छूट में लोगों के दावे निस्तारित किए। बरेली कर्मचारी भविष्य निधि के दफ्तर में छुट्टियों में भी कर्मचारियों की लगन से 72 घंटों के अंदर ही दावों पर भुगतान किया गया।
केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय ने कोरोना वायरस संकट के दौर में अंशधारकों को राहत देने के लिए ईपीएफ नियम में संशोधन किए । तीन महीने के मूल वेतन और महंगाई भत्ते के बराबर या ईपीएफ खाते में सदस्य के खाते में पड़ी रकम के 75 फीसद के बराबर, (इनमें जो भी कम हो) की निकासी की सुविधा दी गई। अंशधारक को एडवांस के रूप में दी जाने वाली राशि पर आयकर कटौती नहीं की गई। अंशधारक के खाते की केवाइसी होने पर तीन दिन के अंदर दावा निस्तारित किया गया।
कोविड दावा : 9203 दावों पर 18 करोड़ रुपये चुकाए
महीना दावा भुगतान
अप्रैल 2049 43106179
मई 1701 34816338
जून 2242 42893645
जुलाई 2022 38505163
अगस्त 1189 22659359
नॉन कोविड दावा : 16920 दावों पर 34.81 करोड़ का भुगतान
महीना दावा भुगतान
अप्रैल 1275 24957608
मई 2302 51059931
जून 3675 74401923
जुलाई 5247 104870825
अगस्त 4421 92880211
पेंशन, इंश्योरेंस स्कीम से भी निकले फंड
इनके अतिरिक्त इंप्लाय डिपोजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम के 11.42 करोड़ के 44 दावों का निपटान भी इसी अवधि में किया गया। इस दौरान 1.14करोड़ रुपये मृत्यु बीमा भी 44 कर्मचारियों को दिया गया। कर्मचारियों के 473 पेंशन के मामले भी निपटाए गए हैं। कर्मचारियों की किल्लत भी झेल रहा विभागबरेली के कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय से बरेली और मुरादाबाद मंडल के नौ जिलों के अंशधारकों अटैच है। केंद्र सरकार के अधीन कार्यालय कर्मचारियों की किल्लत झेल रहा है। कोरोना कॉल में महज आठ कर्मचारियों के साथ काम किया गया। मानक 36 कर्मचारियों का है।
कोविड काल में लोगों की मदद के लिए नए प्रावधान, छूट देने से लोगों को राहत मिली। मंत्रालय की कोशिशों से 72 घंटों के अंदर ही दावों काे निस्तारित कराया गया है।- संतोष गंगवार, केंद्रीय मंत्री, केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय