देश की रक्षा के लिए यूपी के इस जनपद की शहादत काे सलाम, अब तक 35 जवानाें की दे चुका कुर्बानी
Salute to Martyrdom सारज सिंह का नाम जिले के 35वें शहीद के रूप में दर्ज हो गया। वह भावी पीढ़ी के लिए आदर्श बन गए। इससे पहले 1942- 45 के द्वितीय विश्व युद्ध में लाखन सिंह कुबेर सिंह ने शहादत से देश का गौरव बढ़ाया।
बरेली, जेएनएन। Salute to Martyrdom : सारज सिंह का नाम जिले के 35वें शहीद के रूप में दर्ज हो गया। वह भावी पीढ़ी के लिए आदर्श बन गए। इससे पहले 1942- 45 के द्वितीय विश्व युद्ध में लाखन सिंह, कुबेर सिंह ने शहादत से देश का गौरव बढ़ाया। भारत-पाक युद्ध 1948 में परमवीर चक्र विजेता नायक जदुनाथ सिह के अलावा महेंद्र सिंह, नरवीर सिंह, भारत- चीन सीमा विवाद 1962 के युद्ध में कुतुबुद्दीन खा, एनसीई नन्हे लाल, बलवीर सिंह, पहलवान सिंह, राजेंद्र सिंह, मुरारी सिंह, छोटे सिंह, कैप्टन कन्हैया लाल।
भारत-पाक युद्ध 1965 में रामपाल सिंह, लास नायक प्रीतपाल, मलूक सिंह, सिंह सवार कमल किशोर, चिंरौजी लाल, राजाराम गुप्ता, भारत-पाक युद्ध 1971 में सब लेफ्टिनेंट शशि प्रकाश, विद्याराम, नायक अनोखे सिंह, रामहरी सिह, लास नायक दृगपाल सिंह शहीद हुए। ब्लू स्टार 1984 में सतपाल सिंह, पवन आपरेशन श्रीलंका 1987 में मूलचंद्र वाल्मीकि, सुरेश कुमार शर्मा तथा कारगिल युद्ध 1999 में काबिलपुर के रमेश चंद्र सागर ने सर्वोच्च बलिदान देकर वीर नगरी का गौरव बढ़ाया। नायब सुबेदार सुनील कुमार तथा लांस नायक देवेंद्र सिंह ने शहादत से शहीदों की धरा को गौरवान्वित किया।
इन सपूतों मेडल से बढ़ाया का गौरव
फैक्ट फाइल
-3020 के करीब पूर्व सैनिक है जिले में
-850 सैनिकों की विधवाओं को सरकार दे रही पेंशन
-24 विधवाएं द्वितीय विश्वयुद्ध के सैनिकों की ले रही पेंशन
-12 वीर नारिया भी है जिले में
- 15 हजार के करीब है पूर्व सैनिक परिवारीजन