बरेली में सेतु निगम का कारनामा, निर्माणाधीन ओवरब्रिज के चलते दबा दी 33 केवी की भूमिगत लाइन
सेटेलाइट तिराहे पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज के चलते वहां बिजली की लाइनें हटाने के लिए सेतु निगम ने तथ्यों को छिपाकर बिजली विभाग को एस्टीमेट दे दिया। इसी बीच वहां पड़ी 33 केवी की भूमिगत लाइन सेतु निगम ने सर्विस रोड के नीचे दबा दी।
बरेली, जेएनएन।सेटेलाइट तिराहे पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज के चलते वहां बिजली की लाइनें हटाने के लिए सेतु निगम ने तथ्यों को छिपाकर बिजली विभाग को एस्टीमेट दे दिया। इसी बीच वहां पड़ी 33 केवी की भूमिगत लाइन सेतु निगम ने सर्विस रोड के नीचे दबा दी। बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता ने सेतु निगम के उप परियोजना प्रबंधक (डीपीएम) को पत्र भेजकर वहां हादसे की आशंका जताई है। इसके साथ ही कानूनी कार्रवाई के लिए भी चेताया है।
विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता अनिल कुमार के अनुसार सेटेलाइट ओवरब्रिज के निर्माण में बाधक बन रही बिजली की लाइनों को हटाने के लिए सेतु निगम ने एस्टीमेट दिया था। उस एस्टीमेट में सेतु निगम ने तथ्यों को छिपाकर आंशिक लाइन शिफ्ट कराने के लिए धनराशि जमा कराई। इसमें जगतपुर बिजलीघर को जा रही 33केवी डबल सर्किट की भूमिगत लाइन को शिफ्ट न कराकर सिर्फ डबल पोल एक्सपोजर को हटाने के लिए अनुरोध किया गया। 33 केवी भूमिगत लाइन के ऊपर ही सर्विस रोड का निर्माण शुरू करा दिया।
इस कारण चार माह पहले 33केवी लाइन क्षतिग्रस्त होने से 18 हजार उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति बंद हो गई। जनाक्रोश को देखते हुए बिजली विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था की। आज तक सेतु निगम ने उसे शिफ्ट कराने का प्रयास नहीं किया। ऊपर से गुजर रही लाइनें शिफ्ट कराने का एस्टीमेट सेतु निगम को दिया गया, जिसे गैर जरूरी बताकर वापस कर दिया। वहां सर्विस रोड बनने से जनहानि व बिजली सप्लाई बाधित होने की आशंका है। एक्सईएन ने कार्य रोकने को कहा, नहीं रोकने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। डीपीएम बीके सेन ने बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों से वार्ता चल रही है।