Corona Virus Positive in Pilibhit: तब्लीगी मरकज में शिरकत करने वालों को तलाश रहीं 16 टीमें
तब्लीगी मरकज में शामिल होने वालों की तलाश में सोलह टीमों को लगा दिया गया है। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि मरकज में यहां के कितने लोगों ने शिरकत की है।
पीलीभीत, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लागू लॉकडाउन के बाद भी दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में आयोजित हुए तब्लीगी मरकज में पीलीभीत जिले के लोगों के शामिल होने की आशंका के मद्देनजर पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गया है। मरकज में शामिल होने वालों की तलाश में सोलह टीमों को लगा दिया गया है। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि मरकज में यहां के कितने लोगों ने शिरकत की है।
दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में आयोजित हुए तब्लीगी मरकज में चीन, यमन, बांग्लादेश, श्रीलंका, ईरान, इंडोनेशिया, अफगानिस्तान, सऊदी अरब, इंग्लैंड के सौ से ज्यादा लोगों के साथ साथ उत्तर प्रदेश के उन्नीस जनपदों के तमाम लोगों के शिरकत करने की बात सामने आ रही है। दरअसल] मरकज में शामिल होने वाले कुछ लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण होने की पुष्टि के बाद खलबली मच गई है। उत्तर प्रदेश के उन्नीस जिलों के लोगों के बारे में अभी तक सरकारी स्तर पर तो कोई निर्देश नहीं मिला है। लेकिन एहतियात के तौर पर पीलीभीत जिले में ऐसे लोगों की तलाश शुरू कर दी गई है, जो दिल्ली की तब्लीगी मरकज में शामिल होकर लौटे हैं। पुलिस प्रशासन ने मंगलवार को सुबह जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रति निगरानी करने के लिए तैनात सोलह टीमों को मरकज में शामिल हुए लोगों का पता करने के लिए जुटा दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस की टीमों ने जिले में स्थित मदरसों सहित अन्य संभावित स्थानों पर छानबीन शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक ऐसे किसी व्यक्ति के बारे में सूचना नहीं मिली है जो मरकज में शामिल होकर लौटा है। गौरतलब है कि तब्लीगी मरकज से जुड़े लोग पीलीभीत जिले में भी सक्रिय रहे हैं। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि यहां के लोग भी मरकज में शामिल हुए होंगे।
क्या बोले पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित ने बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में आयोजित हुए तब्लीगी मरकज में शामिल रहे लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की आशंका के मद्देनजर जिले में भी सोलह टीमों को ऐसे लोगों का पता लगाने का निर्देश दिया गया है, जो मरकज में शामिल होकर लौटे हैं। हालांकि अभी तक सरकारी स्तर से इस बाबत कोई निर्देश नहीं मिला है, लेकिन एहतियात के तौर पर जिले में छानबीन कराई जा रही है।