फटकार-दौरे सब बेअसर, 16 और मौतें
स्वास्थ्य मंत्री की फटकार, वित्तमंत्री की नाराजगी भी बेअसर साबित हुई
जागरण संवाददाता, बरेली:
स्वास्थ्य मंत्री की फटकार, वित्तमंत्री की नाराजगी और विधायक से लेकर एडी हेल्थ, सीएमओ तक की दौड़भाग। इसका नतीजा कितना है, यह देख लीजिए ़ ़ ़बुखार के पांव नहीं उखाड़े जा सके। शनिवार को सोलह और जिंदगियां खत्म हो गई। वह भी तब जब लखनऊ तक से टीम आकर क्षेत्र में जांच कर चुकी है। हालात ऐसे हैं कि आंवला तहसील क्षेत्र में मरने वालों की संख्या 72 तक जा पहुंची है। जबकि, सीएमओ के आंकड़े आठ पर ठिठके हैं।
अलीगंज : मंडोरा गांव में पिछले 24 घंटे में सात लोगों की मौत हो गई। यहां पर जोगेन्द्र कश्यप (30), कमला देवी (22), मुन्नी देवी (60), नारायनी देवी (55) रामचन्द्र पाल (48), मुन्नी देवी (50) व नन्हें लाल पाली (45) की सांसें बुखार से थम गई। दर्जनों लोग अब भी गंभीर बीमार पड़े हैं। प्रधान वसीम खां ने बताया कि पहले भी बुखार से आधा दर्जन लोगों की जान जा चुकी है। केवल एक बार आधे दिन के लिए कैंप लगाने बाद सुध नहीं ली गई। इसी क्षेत्र के गांव महोलिया में बुखार ने चार लोगों की जान ले ली। मोरवती (55) असलम शाह (8), कमलेश वर्मा (25) और विमला देवी (60) की मौत हो गई। वहीं नौगवां सरस्वती (23) ने दम तोड़ दिया।
भमोरा : क्षेत्र के गांव हजरतपुर में शनिवार को तीसरी मौत हुई। अख्तर की बेटी शाहनूर (18) दो दिन से बीमार थी। उसने दम तोड़ दिया। शुक्रवार को अख्तरी व इश्केनवी की भी मौत हो चुकी है। इसी क्षेत्र के गांव नितोई में ब्रह्मादेव स्थान के सेवादार बाबा साहूदास (60) ने भी बुखार से दम तोड़ दिया। उन्हें एक दिन पहले ही बुखार आया था।
बिशारतगंज : क्षेत्र के गांव प्रहलादपुर में शनिवार को विटना देवी (45) की मौत हो गई। वह दो दिन से बुखार से पीड़ित थीं।
महकमा फेल, प्राइवेट कॉलेज ने बांटी दवाएं
बुखार से क्षेत्र के लोगों में दहशत है। स्वास्थ्य विभाग के प्रयास फेल हैं। शनिवार को एसआरएमएस व रुहेलखंड मेडिकल कालेज के चिकित्सकों ने कैंप लगाकर दवाईयां वितरित कीं। फोटो- 08 एओएल 02 शिविर में दवाइंया बांटते चिकित्सक
फोटो- 08 एओएल 03 मृतक साधू दास का फाइल फोटो