नौचंदी उर्स में उमड़े जायरीन, सूफी संत के दरबार में टेका माथा
कोविड नियमों के पालन की अपील रही बेअसर लगी रही लंबी कतार
बाराबंकी : गुरुवार को सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की दरगाह पर आयोजित नौचंदी उर्स में जायरीन की भारी भीड़ उमड़ी। हजारों अकीदतमंदों नें सूफी संत के दरबार में माथा टेक के खैर-ओ-बरकत की दुआ मांगी। कोविड-19 के चलते बीते दिनों तक मजार पर जायरीन की संख्या पूर्व की अपेक्षा काफी कम ही रहती थी। गुरुवार को नौचंदी के चलते यह भीड़ काफी बढ़ गई। भीड़ के चलते गेट पर थर्मल स्क्रीनिग का काम प्रभावित हुआ। हालांकि, लाउड हेलर के जरिये जायरीन से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की जा रही थी। मजार पर कतारबद्ध होकर ही क्रम से लोगों को दर्शन की अनुमति थी। इसके बावजूद जायरीन की आस्था पर कोई असर नही था। देर शाम तक जायरीन की अटूट श्रृंखला दरगाह पर लगी रही। वहीं, काफी अर्से से सन्नाटे में डूबा मजार परिसर गुरुवार को पूरे दिन जायरीन की भारी भीड़ से गुलजार रहा। इनसेट- मजार के बाहर बेफिक्र दिखे जायरीन सूफी संत की दरगाह पर बिना मास्क के प्रवेश की अनुमति नही है। मजार के सेवादार इसका पालन कराने में तत्पर रहते हैं। गुरुवार को काफी जायरीन मजार गेट पर पहुंचते ही मास्क से मुंह ढकते दिखे। गेट से वापस निकलते ही उनमें कोरोना को लेकर बेफिक्री दिखी। जायरीन के सम्पर्क में आने वाले मजार रोड के काफी दुकानदार भी बिना मास्क के बिक्री करते दिखे। इनसेट- गेट पर ही जमा हुआ प्रसाद,चादर कोविड -19 के चलते मजार पर चादर, शिरीनी, फूल चढ़ाने पर पाबंदी है। प्रतिबंध से अनजान काफी जायरीन जब इन चीजों को लेकर प्रवेश के लिए पहुंचे तो सेवादारों नें उन्हें गेट पर ही जमा करा लिया। जिससे जायरीन काफी मायूस दिखे।