दिनभर साफ रहा मौसम, शाम को फिर बारिश
रामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाटरामसनेहीघाट
बाराबंकी : मौमस का मिजाज शुक्रवार को एक बार फिर बदल गया। सुबह से दोपहर तक बदली छाई रही। इसके बाद धूप निकलने से राहत मिली। शाम को फिर बारिश हुई। बारिश से सरसों व आलू की फसल को नुकसान पहुंचा है। शाम को बारिश से ठंड भी बढ़ गई। जबकि दिन में मौसम साफ रहने से तापमान न्यूनतम आठ डिग्री सेल्सियस व अधिकतम 22 डिग्री सेल्सियस तक रहा।
रामसनेहीघाट क्षेत्र के किसान रामविलास ने बताया कि मौसम की मार ने किसान की कमर तोड़ दी है। कुछ ही दिनों में सरसों की फसल कटने को है, ¨कतु जिस प्रकार तीन दिन से लगातार तेज हवा के साथ बारिश हुई। उससे सरसो की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है।
विवेक तिवारी ने बताया कि रुक-रुक कर हुई बारिश से सड़क व जन जीवन अस्त-व्यस्त है। अयोध्या को जाने वाले मोड़ गड्ढे में जलभराव भी है। धुनौली में पानी का निकास न होने की वजह से रोड पर कीचड़ हो गया है, जिससे आवागमन में परेशानी हो रही है। वहीं रामसनेहीघाट क्षेत्र के मरकामऊ गांव में देर शाम बारिश के साथ ओले भी गिरे।
फसल नुकसान के सर्वे की मांग : कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता तनुज पुनिया ने बारिश से खराब हुई फसलों का सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने की मांग सरकार से की है। उन्होंने मसौली व हरख क्षेत्र के गांवों में भ्रमण कर सरसो व आलू की खराब फसल देखी। उन्होंने कहा कि फसल नुकसान का आंकलन अभी तक शुरू नहीं किया जाना ¨चता जनक है।