सहेज लो हर बूंद ::::: पानी सहेजकर फैला रहे हरियाली
पानी सहेज कर उससे हरियाली फैलाने का आसान तरीका शहर के लखपेड़ाबाग स्थित एक लान में दिखने को मिलता है। इसकी हरियाली के पीछे जल संरक्षण की वर्षों से चली आ रही कोशिश अहम कारण है।
बाराबंकी : पानी सहेज कर उससे हरियाली फैलाने का आसान तरीका शहर के लखपेड़ाबाग स्थित एक लान में दिखने को मिलता है। इसकी हरियाली के पीछे जल संरक्षण की वर्षों से चली आ रही कोशिश अहम कारण है।
मो. सबाह ने नाली में घर का पानी बहाने के बजाए घर के सामने लान में पानी का गड्ढा बनवाया। इस गड्ढे का पानी वह पेड़-पौधों की सिचाई में प्रयोग करने लगे। आवास परिसर के एक बड़े हिस्से का प्रयोग पिछले एक कुछ सालों से एक मैरिज लान के रूप में होने लगा तो करीब 35 हजार लीटर क्षमता का भूमिगत पानी का टैंक बनवाया। टैंक ऊपर से ढका हुआ है। टैंक की छत व आसपास तीन स्थानों दो-दो फिट के लोहे के जाल रखे हैं ताकि उसमें कोई बड़ी वस्तु न जाए। इसके जरिए लान में बारिश का पानी या मांगलिक कार्यों के दौरान प्रयोग के बाद बहाने वाला पानी टैंक में भरता है। टैंक में पंप भी लगा है। एकत्र होने वाला पानी उस पंप के जरिए लाइन से ऊपर लाकर लान में लगे फूल व अन्य सजावटी पौधों की सिचाई के काम आता है। मो. सबाह बताते हैं कि पानी की बर्बादी रोकने व सहेजे गए जल का सदुपयोग बहुत अच्छे से हो रहा है। टैंक में फायर ब्रिग्रेड सिस्टम भी लगवाने जा रहे हैं ताकि वक्त पड़ने पर टैंक का पानी आग बुझाने के भी काम आ जाए। इनसेट- सभी लान व बड़े मकानों के परिसरों में वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाने के निर्देश दिए गए हैं। जल संरक्षण की दिशा में यह जरूरी है। पानी बचाने की मुहिम में सभी अपना योगदान करेंगे तभी परिणाम सुखद होंगे।
-अभय कुमार पांडेय, एसडीएम सदर, बाराबंकी