ट्रॉमा पहुंच पुलिस ने ली तहरीर, दर्ज किए बयान
- तहरीर में नहीं है दुष्कर्म का आरोप, एएसपी ने कहा बयान से बढ़ेगी धारा - जिला प्रोवेशन
- तहरीर में नहीं है दुष्कर्म का आरोप, एएसपी ने कहा बयान से बढ़ेगी धारा
- जिला प्रोवेशन अधिकारी व महिला हेल्पलाइन काउंसलर ने भी लिए बयान
संवादसूत्र, दरियाबाद (बाराबंकी) : पिता की हैवानियत से त्रस्त तीन बहनों के ट्रेन के सामने कूदकर जान देने के मामले में लापरवाह बनी पुलिस एसपी की फटकार के बाद हरकत में आ गई। दरियाबाद व रामसनेहीघाट पुलिस के दारोगा रविवार को ट्रामा सेंटर पहुंचे। रामसनेहीघाट पुलिस ने घायल युवती की मां से आरोपित पिता के खिलाफ तहरीर ली है। एएसपी ने बताया है कि रविवार को ही मुकदमा दर्ज हो जाएगा।
बताते चलें कि शुक्रवार रामसनेहीघाट थाना क्षेत्र की निवासी तीन बहनें दरियाबाद रेलवे पर सियालदह ट्रेन के सामने एक साथ कूदी थी। बड़ी बहन के ट्रेन की चपेट में आने से पैर कट गया था। दो घायल हुई थीं। बड़ी बहन ने पिता पर छोटी बहन से हैवानियत करने का आरोप लगाया था। जिला अस्पताल से उसे ट्रामा रेफर कर दिया गया था। इस प्रकरण में दूसरे दिन तक तीन थानों की पुलिस एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोप रही थी। कोई कार्रवाई आरोपित बाप पर न होने पर Þदैनिक जागरण'ने'तीन थानों के फेर में उलझी द¨रदे बाप पर कार्रवाई'शीर्षक से खबर प्रकाशित की। जिसके बाद एसपी के निर्देश पर रामसनेहीघाट कोतवाली के एसएसआइ रघुवीर ¨सह व दरियाबाद के अवधेश यादव ट्रामा सेंटर पहुंचे। यहां पर पीड़िता की मां ने पुलिस को पति की प्रताड़ना व बेटी से छेड़छाड़ व दूसरी शादी करने आदि के आरोपों की तहरीर दी। एसएसआइ ने बताया कि तहरीर मिल गई है। एएसपी शशिकांत तिवारी ने बताया कि तहरीर में दुष्कर्म का आरोप नहीं लगाया गया है। रविवार को ही मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा। लड़कियों के बयान के आधार पर दुष्कर्म की धारा बढ़ाई जाएगी।
काउंसलर ने दर्ज किए बयान :
दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद मामले का संज्ञान जिला प्रोवेशन अधिकारी अनिल कुमार मौर्य ने लेते हुए पूरे मामले से एसपी को अवगत कराया। इसके बाद महिला हेल्पलाइन की काउंसलर ¨प्रसी पांडेय के साथ वह ट्रामा सेंटर पहुंचे। उन्होंने घायल लड़की सहित उसकी मां व दो बहनों के बयान दर्ज किए। जिला प्रोवेशन अधिकारी ने बताया कि घायल ने बताया कि उसकी छोटी बहन से पिता ने गुरुवार की रात दुष्कर्म की कोशिश की। जिसका विरोध करने पर पिटाई की थी। इसके बाद ही आत्महत्या का फैसला तीनों बहनों ने लिया था। अस्पताल में दो थाने की पुलिस मौजूद थी। आरोपी पिता के विरुद्ध पॉक्सो एक्ट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज होगा। पीड़िता को रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष से आर्थिक क्षतिपूर्ति भी दी जाएगी।