जिले में विकसित होंगी 24 नई पौध शालाएं
जिले में विकसित होंगी 24 नई पौध शालाएंजिले में विकसित होंगी 24 नई पौध शालाएंजिले में विकसित होंगी 24 नई पौध शालाएंजिले में विकसित होंगी 24 नई पौध शालाएंजिले में विकसित होंगी 24 नई पौध शालाएंजिले में विकसित होंगी 24 नई पौध शालाएं
बाराबंकी : अभी तक जिले में पौध रोपण के लिए दूसरे जिले से पौध की मांग की जाती रही है। अब 24 नई पौधशालाएं विकसित होंगी, जिसमें नर्सरी उगाई जाएगी। प्रत्येक ब्लॉक क्षेत्र में पुरानी और नई मिलाकर तीन पौधशालाएं तैयार होंगी। वन विभाग ने जमीन चिन्हित कर ली है। यह पौधशालाएं अस्थाई नहीं, बल्कि स्थाई होंगी, जो दूसरे जिले की निर्भरता खत्म करेगी।
पिछले वर्ष 29 लाख 9 हजार पौध रोपण जिले में हुआ था। पौधे कम पड़ जाने पर अमेठी, सुलतानपुर से मंगाए गए थे। जिले में सिर्फ पुरानी 17 पौधशालाएं थी, जिसमें वन विभाग नर्सरियां तैयार करता था, लेकिन पौधे कम पड़ जाते थे। अब वन विभाग को इस वर्ष 44 लाख छह हजार 700 पौध रोपण का लक्ष्य मिला है। इन पौधों को उपलब्ध कराने के लिए विभाग ने जिले की 15 विकास खंडों में 24 नई पौधशालाओं तैयार की जाएंगी। यहां होंगी विकसित पौधशालाएं : विकास खंड देवा में चार, फतेहपुर में दो, रामनगर में एक, बंकी में तीन, मसौली में पांच, हैदरगढ़ में तीन, त्रिवेदीगंज में तीन पौधशालाओं में नर्सरी उगेगी। इसके अलावा ¨नदूरा में एक, सूरतगंज में दो, दरियाबाद में दो, सिरौलीगौसपुर में तीन, बनीकोडर में तीन, हरख में तीन सिद्धौर में दो पौधशालाएं नई विकसित होंगी। इन पौधशालाओं में 54 लाख 69 हजार 750 पौधे उगाए जाएंगे। आम, नींबू, अमरूद के उगाए जाएंगे पौधशालाओं में पौधे : पहली बार होगा जब वन विभाग औद्योगिक पौधे उगाएगा। यह पौधे किसानों के मुफ्त में दिए जाएंगे। इसकी पहल हो चुकी है। हर ब्लॉक में तीन-तीन पौधशालाएं बनाने का प्लान तैयार हुआ है। जहां आम, नींबू, अमरूद, अनार, सागौन, शीशम, शहजन आदि वृक्षों की नर्सरी होगी। '' जिले के 1166 ग्राम पंचायतों में पौध रोपण का माइक्रो प्लान तैयार किया जा रहा है। प्लान के मुताबिक नई 24 पौधशाला बनाए जा रहे हैं। जिसमें नर्सरियां तैयार की जाएंगी। ''
एनके ¨सह, डीएफओ, बाराबंकी।