चोरी, डकैती, लूट, अपहरण से अब सुरक्षित नहीं शहर
पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद माह में तीन बार क्राइम बैठ लेते हैं और हर अपराध में मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश देते हैं। यह निर्देश नगर कोतवाल के लिए कोई मायने नहीं रखता है।
बाराबंकी : पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद माह में तीन बार क्राइम बैठ लेते हैं और हर अपराध में मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश देते हैं। यह निर्देश नगर कोतवाल के लिए कोई मायने नहीं रखता है। शहर में लूट, हत्या, डकैती, और अपहरण, छेड़छाड़ और दुष्कर्म जैसी वारदातें बढ़ी हैं। शहरवासियों में दहशत का माहौल है, लोगों का कहना है कि अब शहर सुरक्षित नहीं हैं। पुलिसिग नहीं हो रही हैं। केस एक : अपरहण के बाद हत्या
कोतवाली नगर के फतहाबाद में रहने वाले वकील बीएल गौतम के छोटे पुत्र आशुतोष गौतम का अपहरण कर बदमाशों ने हत्या कर दी। केस दो : चोरी
विजय कुमार की बड़ेल स्थित सोने-चांदी की दुकान में पांच अक्टूबर को सेंध लगाकर लगभग 15 लाख की चोरी हुई थी। कार्रवाई न होने पर कोतवाल के खिलाफ सर्राफा व्यापारियों ने मंगलवार को फिर से एसपी से मिले और कार्रवाई की मांग की। व्यापारियों में आक्रोश है। धनोखर के पास शिवमंदिर में चोरी आज भी पहली बनी हुई है। केस तीन : आटोलिफ्टर
नगर कोतवाली के ढकौली निवासी जितेंद्र मिश्रा की बाइक कोतवाली के निकट हीरो एजेंसी से चोरी हो गई थी। शहर में अब आटोलिफ्टर गैंग सक्रिय है, लोग अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
केस चार : डकैती
ग्राम गदिया में श्रीकेशन लाल के यहां 15 जुलाई की रात डकैतों ने हमला बोल दिया था। परिवारजन डकैतों से भिड़ गए और लुटेरों को भागना पड़ा। इसमें परिवार के चार लोग घायल हुए थे। इनसेट : महिलाएं सुरक्षित नहीं
शहर के मुहल्ला सुभाष नगर की रहने वाली आशा पर मुहल्ले के ही दबंगों ने पीटकर मरणासन्न कर दिया। परिवारजन की तहरीर पर पुलिस ने जबरन सुलह करा दिया। एक सितंबर को कोतवाली नगर के भुहेरा स्थित एक कालोनी में रहने वाली एक महिला के साथ छेड़छाड़, 29 अगस्त को कोतवाली नगर के एक गांव में युवती से दुष्कर्म हुआ। इस प्रकरण में दो महीने तक मुकदमा नहीं हुआ। -------------- हर मामले में एफआइआर लिखी जाती है। कार्रवाई भी की जाती है। अन्य मामलों में भी विवेचनाएं चल रही हैं।
अमर सिंह, प्रभारी निरीक्षक, नगर कोतवाली।