हड़ताल ने रोकी समर्थन मूल्य पर धान खरीद
बाराबंकी : राइस मिलर्स और साधन सहकारी समितियों के सचिवों की हड़ताल के चलते समर्थन मूल्य पर धान की खरी
बाराबंकी : राइस मिलर्स और साधन सहकारी समितियों के सचिवों की हड़ताल के चलते समर्थन मूल्य पर धान की खरीद पर ग्रहण लग गया है। किसान औने-पौने दाम पर धान बेचने को विवश हैं।
जिले के 42 धान क्रय केंद्रों में से किसी भी केंद्र पर अभी तक खरीद शुरू नहीं हो सकी है। इसमें 21 क्रय केंद्र पीसीएफ के हैं जोकि साधन सहकारी समितियों पर संचालित होने हैं। राइस मिलर्स एसोसिएशन क्रय केंद्रों पर खरीदे जाने वाले धान को कूटने का पारिश्रमिक 100 रुपये प्रति ¨क्वटल दिए जाने व धान से चावल की डिलीवरी 67 के बजाए 62 किलो लिए जाने की मांग को लेकर आंदोलित हैं। राइस मिलर्स की हड़ताल के कारण विपणन शाखा के 15 क्रय केंद्रों सहित, यूपी एग्रो व कर्मचारी कल्याण निगम के 21 क्रय केंद्रों पर भी धान खरीद नहीं हो रही। जबकि पीसीएफ के क्रय केंद्र प्रभारी समितियों के सचिव भी अपने वेतन-भत्तों की मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। दोनों की समस्याओं का निराकरण नहीं हो रहा। प्रशासन ने दूसरा कोई विक्लप भी नहीं निकाला है। इससे धान खरीद का लक्ष्य पूरा होने में संशय है। समर्थन मूल्य को लेकर था उत्साह : धान का समर्थन मूल्य 1750 रुपये प्रति ¨क्वटल होने से किसानों के इस बार क्रय केंद्र पर धान बेचने के प्रति उत्साह था जिसके चलते पिछले वर्ष जहां करीब साढ़े 13 हजार किसाना ं ने धान बेचा था वहीं इस बार 21 हजार किसानों ने धान बेचने के लिए अपना पंजीकरण एक नवंबर से पहले ही करवा लिया था।
रबी फसलों की बोआई प्रभावित :
बाजपुर गांव निवासी किसान चंद्रकेतु का कहना है कि मोहम्मदपुर उपाध्याय क्रय केंद्र पर धान खरीद न होने से किसान परेशान हैं। रबी फसलों की बोआई प्रभावित हो रही है। खाद-बीज का इंतजाम धान बेचकर ही करना होता है। ग्राम कनवा ताल के राम मिलन ने कहा कि जब धान खरीद ही नहीं हो रही तो समर्थन मूल्य का क्या मतलब? बाजपुर के ¨वध्या बख्श ने कहा कि 13 से 14 सौ रुपये प्रति ¨क्वटल की दर से धान बेचने कर विवशता है। इनसेट-
“यह सही है कि राइस मिलर्स व समितियों के कर्मचारियों की हड़ताल के चलते धान खरीद नहीं हो पा रही है। शासन स्तर पर समस्या का हल शीघ्र निकलेगा।''
(संदीप कुमार गुप्ता, एडीएम वित्त एवं राजस्व)