बाढ़ के पानी के साथ बढ़ रहीं तटवर्ती गांवों में परेशानी
बाबा नारायण दास मंदिर व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोबरहा में भरा पानी
बाराबंकी : सरयू नदी में पानी और बढ़ने से तटवर्ती गांवों की परेशानियां भी बढ़ गई हैं। रविवार को नदी का जलस्तर खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष शाम चार बजे तक 106.496 मीटर तक पहुंच गया।
सूरतगंज ब्लाक के हेतमापुर स्थित बाबा नारायण दास मंदिर व सिरौलीगौसपुर इलाके में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोबरहा में भी पानी भर गया है। गोबरहा में नदी की कटान का खतरा भी बना है। यहां कटान से बचाव के लिए पहले काफी काम भी हुआ है मगर जिस तरह पानी बढ़ा है उसे देखते हुए पानी घटने पर कटान की समस्या दो गुणा होने की आशंका है। आसपास के अन्य गांवों में भी पानी तेजी से भर रहा है। लोग रानीमऊ-अली नगर तटबंध पर पहुंचने लगे हैं। रामनगर ब्लाक के ग्राम कोरिनपुरवा, बुधई पुरवा मजरे लहड़रा, बेलहरी मजरे सरसंडा, नई आबादी सरसंडा, बबुरी, बाबापुरवा, नामीपुर सिरौली, पूरनपुर, फाजिलपुर, जमका, परसरामपुर, अकौना, पर्वतपुर, खुज्झी, सूरतगंज ब्लाक के कंचनापुर, सुदंरनगर, बलईपुर, कोडरी, ललपुरवा, बेलहरी, मदरहा, साईं तकिया, कोड़लीपुरवा, हेतमापुर,बल्लोपुर, माधौपुर, चौधरीपुरवा, तेवराइन पुरवा सहित अन्य गांवों में पानी भरा है। हेतमापुर मार्ग पर पानी का बहाव तेज है। आवागमन बाधित है।
बाढ़ कार्य खंड के अधिशाषी अभियंता शशिकांत सिंह ने बताया कि घाघरा व गिरजा बैराज से करीब चार लाख क्यूसेक पानी दो दिन पहले छोड़ा गया था जो शनिवार तक पास हो गया था। फिर पानी बढ़ने लगा है जबकि पानी छोड़े जाने की सूचना भी नहीं है।
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जान जोखिम में डाल पहुंचे मंदिर
हेतमापुर में बाबा नारायण दास मंदिर में पानी भरने के बावजूद लोग रविवार को जान जोखिम में डालकर मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे। श्रद्धालुओं की यह आस्था उनकी जान जोखिम में भी डालने वाली रही। पुलिसकर्मियों ने रोकने की कोशिश भी नहीं की। एसडीएम राजीव कुमार शुक्ल ने कहा कि बाढ़ के बावजूद मंदिर पर श्रद्धालुओं का जान जोखिम में डालकर पहुंचना गलत है। पुलिस को निर्देशित किया गया है कि आवागमन पर रोक लगाए।