बिना स्कूलों की मै¨पग कैसे होंगे कान्वेंट में गरीब के बच्चों के प्रवेश
संवादसूत्र, बाराबंकी : कान्वेंट विद्यालयों में 25 प्रतिशत गरीब के बच्चों का प्रवेश दिलाकर कक्षा आठ तक मुफ्त शिक्षा दिलाने के इस आदेश को शिक्षा विभाग के अफसर ही फेल कर रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों में सीटों की मै¨पग कर रिपोर्ट बीएसए कार्यालय पर देनी थी लेकिन बीईओ ने ऐसी कोई रिपोर्ट ही नहीं दी है। रिपोर्ट देनी की आखिरी तिथि बीत गई है, अब बच्चों के प्रवेश कैसे होंगे, यह संशय बना हुआ है।
बाराबंकी : कान्वेंट विद्यालयों में 25 प्रतिशत गरीब के बच्चों का प्रवेश दिलाकर कक्षा आठ तक मुफ्त शिक्षा दिलाने के इस आदेश को शिक्षा विभाग के अफसर ही फेल कर रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों में सीटों की मै¨पग कर रिपोर्ट बीएसए कार्यालय पर देनी थी लेकिन बीईओ ने ऐसी कोई रिपोर्ट ही नहीं दी है। रिपोर्ट देनी की आखिरी तिथि बीत गई है, अब बच्चों के प्रवेश कैसे होंगे, यह संशय बना हुआ है। शिक्षा का अधिकार के तहत निजी विद्यालयों में 25 प्रतिशत सीट गरीब के बच्चों के लिए सुरक्षित रखनी थी। नर्सरी से कक्षा आठ तक मुफ्त शिक्षा दिलाने के लिए शासन से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को आदेश आया था कि नौ फरवरी तक कान्वेंट विद्यालयों की मै¨पग कर रिपोर्ट भेजे। मै¨पग में स्कूल के कुल सीट, बच्चों की संख्या, विद्यालय की कंडीशन आदि की रिपोर्ट देनी थी। यह जिम्मा बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को सौंपा था। जिले के 15 खंड शिक्षा अधिकारियों में अधिकांश बीईओ ने यह रिपोर्ट नौ फरवरी तक नहीं दी। जिले के चिन्हित नगर क्षेत्र के 130 विद्यालयों की मै¨पग की जानी थी। परियोजना नोडल अधिकारी प्रेम लता भारती ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारियों को दो बार रिमाइंडर दिया गया लेकिन उनके द्वारा समय पर मै¨पग कर रिपोर्ट नहीं दी गई है। यदि रिपोर्ट समय से से आ जाती तो 11 से 15 फरवरी तक सूचीबद्ध कर रिपोर्ट निदेशालय भेज दी जाती। वहीं से एनआइसी पर विद्यालयों के नामों सहित सीटों का विवरण ऑनलाइन कर दिया जाता और उसी आधार पर अभिभावक ऑनलाइन आवेदन कर बच्चों का प्रवेश दिला सकते थे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी वीपी ¨सह ने बताया कि तमाम बीईओ रिपोर्ट भेज दी है, जहां से रिपोर्ट नहीं है, उन पर कार्रवाई होगी।