धड़ल्ले से हो रहा प्रतिबंधित पॉलीथिन का प्रयोग
बाराबंकी : प्रशासनिक दावों के बावजूद प्रतिबंधित पॉलीथिन से जिला मुक्त नहीं हो सका है। हालात
बाराबंकी : प्रशासनिक दावों के बावजूद प्रतिबंधित पॉलीथिन से जिला मुक्त नहीं हो सका है। हालात यह है कि शहर के मुख्य बाजार से लेकर गलियों में खुलेआम प्रतिबंधित पॉलीथिन का प्रयोग धड़ल्ले से जारी है। नगर पालिका परिषद नवाबगंज व नगर पंचायतों में करीब दो माह पूर्व अभियान चलाया गया तो थोड़ी सख्ती दिखी थी, लेकिन अभियान समाप्त होने के बाद पुन: प्रतिबंधित पॉलीथिन हर जगह दिखने लगी है।
शहर के मुख्य बाजार में हो रहा धड़ल्ले से प्रयोग : प्रतिबंधित पॉलीथिन शहर के मुख्य बाजार में ठेले से लेकर दुकानों में खुलेआम प्रयोग होते दिख रहा है।
अबतक एक लाख 20 हजार का हुआ है जुर्माना : नगर पालिका व नगर पंचायतों में प्रतिबंधित प्लास्टिक के गिलास व प्रतिबंधित पॉलीथिन मिलने पर करीब एक लाख 20 हजार का जुर्माना दुकानदारों पर किया गया है। इसके अलावा तीन क्विंटल प्रतिबंधित पॉलीथिन को बरामद किया है। इसमें सबसे अधिक जुर्माना वसूलने की कार्रवाई नगर पालिका परिषद नवाबगंज क्षेत्र में की गई है। ईओ संगीता कुमारी ने बताया कि शहर में कुल साढ़े 12 किलो प्रतिबंधित पॉलीथिन जब्त की गई। जुर्माना की धनराशि 55 हजार की वसूल की गई है। 34 लोगों पर जुर्माना किया गया है। व्यापारी बोले जागरूकता से ही रुकेगा प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग : सत्यप्रेमीनगर निवासी व्यापारी व व्यापार मंडल नगर अध्यक्ष कपिल जायसवाल का कहना है कि प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। इसके उपयोग से होने वाली हानि के बारे में लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। घंटाघर निवासी शरद जैन कहते हैं हर हाल में प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग रुकना चाहिए।
प्रतिबंधित पॉलीथिन के खिलाफ अभियान लगातार चलाया जा रहा है। सभी तहसीलों में एसडीएम, नगर पालिका व नगर पंचायतों में ईओ के नेतृत्व में अभियान चलाया जा रहा है। जुर्माना भी वसूलने की कार्रवाई की जा रही है। अगर कहीं भी प्रतिबंधित पॉलीथिन व प्लास्टिक के गिलास उपयोग होते पाए जाते हैं तो जुर्माना वसूलने की कार्रवाई की जाएगी। संदीप गुप्ता, एडीएम, बाराबंकी