डकैती की वारदात, मुकदमा महज मारपीट, चोरी का
बाराबंकी : जिले में हो रही डकैती की वारदातों को पुलिस छुपाने में जुट गई है। जहांगीरा
बाराबंकी : जिले में हो रही डकैती की वारदातों को पुलिस छुपाने में जुट गई है। जहांगीराबाद में 13 बदमाशों ने देशी बम दागकर लाखों की लूट को अंजाम दिया था। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा सिर्फ चोरी और मारपीट में दर्ज किया है। इस माह में तीन डकैती हुई, लेकिन सभी में पुलिस ने लीपापोती की है।
जहांगीराबाद में मोहल्ला बड़ी चौक में वसीम के यहां 13 डकैतों ने धावा बोलकर तीन लाख के जेवरात लूट लिया था। इस दौरान परिवार के पांच लोगों को देशी बम से घायल कर दिया था। जिसमें पड़ोसी भी इसकी चपेट में आया। इस डकैती को जहांगीराबाद पुलिस ने चोरी में तब्दील कर दी। यह दिखा दिया कि डकैत नहीं चोर थे, सिर्फ मारपीट हुई है। इसलिए पुलिस ने मारपीट और चोरी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले को रफा-दफा कर दिया है। डकैती की घटना को बाराबंकी पुलिस ने पूरी तरह से दबा दिया है। इसको लेकर जहांगीराबाद वासियों में आक्रोश है। लोगों में डर भी है कि सख्त कार्रवाई नहीं की गई है, ऐसा न हो कि वसीम के बाद हमारा घर में डकैती न हो जाए। इस समय लोग रतजगा कर रहे हैं। थानाध्यक्ष अशोक कुमार सरोज ने बताया कि जांच चल रही है, जल्द ही इस मामले का खुलासा किया जाएगा।
डकैती के दौरान कहां थी पीआरवी
जहांगीराबाद थाने में दो 100 नंबर वाहन है। जिसमें दारोगा सहित पुलिस कर्मी रात्रि गस्त करते हैं। यह दोनों वाहन अक्सर जहांगीराबाद चौराहे पर देखे जाते हैं। जब बम दागे गए और लोगों ने शोर भी मचाया लेकिन पीआरवी नहीं आई। सवाल उठता है कि डकैती के दौरान जहांगीराबाद पुलिस और पीआरवी कहां गई थी। लोगों का कहना है कि कहीं ऐसा तो नहीं पुलिस मिलीभगत से कस्बे में वारदात हुई है।
यहां शुरू हुई पूछताछ
नगर के जिन्हौली निवासी मोहम्मद इम्तियाज के घर सशस्त्र डकैतों ने हमलाकर परिवार को बंधक बनाकर लाखों की लूटपाट को अंजाम दिया था। गोली लगने से घायल इम्तियाज को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को पकड़ कर पूछताछ शुरू कर दी है। यहां भी फिलहाल कोई सुराग पुलिस को नहीं मिल सके हैं। इसके अलावा सफदरगंज में भी गंगादास कुटी पर डकैती हुई थी, जिसमें पुलिस ने महज मारपीट का मुकदमा दर्ज किया था।