राजमहल का मोह नहीं छोड़ पा रही पुलिस
शोपीस बनकर रह गई पुलिस चौकी की नई इमारत यहां घास और झांड़िया खड़ीं हैं।
बाराबंकी : रामसनेहीघाट कोतवाली की हथौंदा पुलिस चौकी राजमहल का मोह नहीं छोड़ पा रही है। एक वर्ष से अधिक समय से चौकी की इमारत बनी खड़ी है। देखरेख के अभाव में नई इमारत झाड़ियों और घास से घिर चुकी है। हालांकि मामूली निर्माण कार्य शेष रहने का हवाला देकर पुलिस जल्द ही स्थानांतरण करने की बात कहती है।
हथौंदा राजमहल में करीब एक दशक पूर्व डकैतों ने धावा बोल दिया था। जिसके बाद यहां रामसनेहीघाट कोतवाली की पुलिस चौकी स्थापित की गई और जिसका नाम भी हथौंधा पुलिस चौकी रखा गया। राजमाता शांति देवी ने अपने राजमहल का ही कमरा पुलिस कर्मियों के लिए दे दिया और तभी से यहां पुलिस चौकी संचालित हो रही है। हालांकि बाद में राजमाता ने राजमहल परिसर में ही पुलिस चौकी के लिए जनहित में कोटवा कोटवाधाम मार्ग पर अपने राजमहल के सामने बेशकीमती जमीन दी थी। 23 फरवरी 2009 को तत्कालीन एसपी प्रवीण कुमार ने भूमि पूजन किया। राजमहल के दो कमरों से संचालित चौकी के माध्यम से कोटवा सड़क सहित कोतवाली क्षेत्र के 14 गावों को नियंत्रित किया जाता है। 2018 में चौकी प्रभारी के रूप में तैनात हुए राजेश सिंह ने जनसहयोग से चौकी की जमीन पर भवन का निर्माण कराया। चौकी के इस नवनिर्मित भवन का उद्घाटन पांच फरवरी 2019 को तत्कालीन एसपी सतीश कुमार ने किया था। चौकी अपनी इमारत में शिफ्ट होती, इससे पहले चौकी प्रभारी राजेश सिंह का तबादला हो गया, तब से हाईवे के कोटवा सड़क-कोटवा धाम रोड पर किनारे स्थित चौकी की नई इमारत शोपीस बनी हुई है। बारिश में इमारत झाड़ियों और घास से छिपती जा रही है।
प्रभारी निरीक्षक रामसनेहीघाट सच्चिदानंद राय ने बताया कि चौकी में कुछ कार्य अधूरा है। जिसको पूराकर जल्द वहीं से चौकी का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।