विद्यार्थियों में हिदी के प्रति चेतना जागृत करेगी काव्यशाला
बाराबंकी राष्ट्रीय कवि संगम विद्यार्थियों में हिदी के प्रति सम्मान का भाव भरने के लिए देश के
बाराबंकी : राष्ट्रीय कवि संगम विद्यार्थियों में हिदी के प्रति सम्मान का भाव भरने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों के कॉलेजों में काव्यशालाओं का आयोजन कर रहा है। मध्य प्रदेश और राजस्थान के बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी साहित्य जागरण का सिलसिला शुरू कर दिया गया है। इंटर और डिग्री कॉलेजों में इनका आयोजन कर छात्र-छात्राओं को हिदी में काव्यलेखन के प्रति प्रेरित किया जा रहा है। उन्हें कविता लिखने के गुर बताने के साथ वरिष्ठ कवियों की रचनाएं पढ़ने की भी सीख दी जा रही है। इसकी शुरुआत 31 अगस्त को बाराबंकी के देवा स्थित प्रतिभा इंटर कॉलेज से की जा चुकी है।
इन जिलों में आयोजित की जाएंगी काव्यशालाएं
राष्ट्रीय कवि संगम के पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभारी कवि शिव कुमार व्यास ने बताया कि बुंदेलखंड, अवध, काशी और गोरक्ष प्रांत में करीब दो हजार कार्यशालाएं सालभर में आयोजित करने का लक्ष्य तय किया गया है। इनके माध्यम से हिदी भाषा को समृद्ध करने के लिए विद्यार्थियों को जागरूक किया जाएगा। इसकी अवध प्रांत के बाराबंकी, गोंडा, बहराइच, रायबरेली, अंबेडकरनगर, और लखनऊ में कार्यशालाओं का आयोजन शुरू भी कर दिया गया है। बाराबंकी में इन कार्यक्रमों के संयोजक डॉ. अंबरीष अंबर और सह संयोजक सतीश श्याम हैं।
जिले में होंगी 50 काव्यशालाएं
राष्ट्रीय कवि संगम के जिलाध्यक्ष प्रदीप महाजन ने बताया कि बाराबंकी में पहली काव्यशाला आयोजित की जा चुकी है। साल भर में जिले के कॉलेजों में 50 से अधिक काव्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।
यह है उद्देश्य
-छंद शैली में सृजन को प्रोत्साहित कर व्याकरण के विषय में जानकारी देना।
-काव्य सृजन के प्रति उनमें रुझान पैदा करना।
-छात्र-छात्राओं की काव्य प्रतिभा को निखारकर मंचों पर साहित्यिक परिवेश का निर्माण करना।