विश्व कीर्तिमान के लिए 55 मिनट में रोपे 360 पौधे
-निर्धारित समय से पांच मिनट पहले पूरी हुई पौधारोपण की प्रक्रिया
बाराबंकी : वन विभाग के लिए 28 जुलाई 2020 की तिथि ऐतिहासिक हो गई। पौधारोपण का विश्व कीर्तिमान बनाने के लिए विभाग ने निर्धारित समय से पहले ही सफल पौधारोपण कर लिया। मात्र 55 मिनट में बाराबंकी के रसौली गांव में 30 प्रजातियों के 360 पौधों को रोपित किया गया। चार कोनों पर कुल पांच वीडियो कैमरा, एक ड्रोन और पौधारोपण की फोटोग्राफी के लिए 15 टीम लगाई गई थीं।
क्या है कीर्तिमान : गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में स्थान बनाने के लिए पूरे विश्व में पहली बार इस प्रकार पौधारोपण किया गया। जिसके तहत एक घंटे में 240 प्रजाति के 2880 पौधों को एक साथ रोपित करना था। इसके लिए प्रदेश के आठ जिलों का चयन किया गया था। बाराबंकी में यह कीर्तिमान नवाबगंज तहसील के रसौली गांव बिजली पावर हाउस के पीछे स्थित ग्राम समाज की जमीन पर बना।
निर्धारित रणनीति के अनुसार सुबह 9:55 बजे से वीडियो रिकार्डिंग शुरू हुई ठीक दस बजे वन संरक्षक/ प्रभारी डीएफओ एनके सिंह ने पौधारोपण शुरू करने की घोषणा की और एसडीएफओ डॉ. एनके सिंह ने हरी झंडी दिखाई। 10:55 पर हरी झंडी दिखाकर समाप्ति की घोषणा हुई। हालांकि रिकार्डिंग 11:05 बजे तक होती रही। पौधा एकत्र करना, गड्ढा खोदना, पौधारोपण कर गड्ढा भरना और पानी से सिचाई व टैंग लगाकर चार चरण पूरे हुए। प्रत्येक 15 मिनट में कितने पौधे रोपित हुए इसका विवरण दर्ज किया गया।
इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनने के लिए लखनऊ और अयोध्या के मुख्य वन सरंक्षक विष्णु सिंह और अतुल जिदल सहित गिनीज बुक के अधिकारी निश्चल बारोड़ शामिल थे। निश्चल बारोड़ ने बताया कि पौधारोपण सफल रहा है, इसकी रिपोर्ट सारे साक्ष्यों के साथ वह भेज रहे हैं और 48 घंटे में इसका परिणाम आ जाएगा। रोपित प्रजाति : जिले में खैर, अडूसा, बेल, शरीफा, वंश लोचन बांस, कचनार बैंगनी, कठुमर, पलास, अमलतास, संतरा, मुसंबी, भांट, शीशम, धतूरा, यूकेलिप्टस, सिल्वर ओक, कटसागौन, सफेद चमेली, रतनजोत, महुआ, हरसिगार, रामबबूल, गोल्डन बांस, अमरूद, चांदनी, पारस पीपल, गुटेल, बेर, किग पाम व सिहोर प्रजाति के पौधे रोपित हुए।