मानदेय तो कोई वेतन से मिटा रहा जरूरतमंदों की भूख-प्यास
मिसाल बनी अरसंडा प्रधान सुकाला
बाराबंकी : 'वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए जिये' इन्हीं पंक्तियों को आत्मसात कर जरूरतमंदों की मदद कर रही हैं पूरेडलई ब्लॉक के अरसंडा की प्रधान सुकाला देवी और कांस्टेबल रीबू। सुकाला अपने मानदेय से तो रीबू अपनी गाढ़ी कमाई यानी वेतन की राशि से जरूरतमंदों की मदद कर रही हैं।
टिकैतनगर : पूरेडलई ब्लॉक की ग्राम पंचायत अरसंडा की महिला प्रधान सुकाला देवी पूरे कार्यकाल में अब तक एकत्र हुई मानदेय की एक लाख 89 हजार रुपये की धनराशि से ग्राम पंचायत के मजरे खुटौली, तिवारीपुर, सूर्यवंश पुरवा, गौरा में राशन सामग्री का जरूरतमंदों में खाद्यान्न किट का वितरण शुरू कराया है। मानदेय से 1500 खाद्यान्न किट में पांच किलो आटा, पांच किलो चावल, एक किलो अरहर दाल, आधा लीटर तेल, हल्दी, मिर्चा, धनिया, गरम, सब्जी मसाला, नमक, बिस्कुट डिटॉल साबुन का किट तैयार कराकर वितरित करा रही हैं। उन्होंने बताया कि मानदेय के अलावा अगर जरूरत पड़ी तो अपने पास से भी धनराशि खर्च की जाएगी। --------
वेतन की धनराशि से राहत पहुंचा रही 'रीबू'
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दरियाबाद : थाने में तैनात महिला कांस्टेबल रीबू आपदा में बेसहारा परिवारों तक मदद पहुंचाने की ठानी है। किसी से आर्थिक सहयोग लिए बगैर रीबू अपने वेतन के पैसे से दैनिक प्रयोग की खाद्य सामग्री खरीद कर खुद जरूरतमंद के घर पहुंचा रही हैं। महिला आरक्षी ने अब तक करीब पांच से सात हजार रुपये की सामग्री खरीद कर पैकिग की। शनिवार को अपने जन्मदिन पर उन्होंने जरूरतमंदों में सामग्री बांटकर जन्मदिन भी मनाया। थानाध्यक्ष शिवाजी सिंह बताते हैं कि सिपाही रीबू खुद सामग्री खरीद कर लाती है और पैक कर देने जरूरतमंदों के यहां जाती हैं।