किसी का बीपी बढ़ा कोई खांसी-बुखार से परेशान
बाराबंकी : किसी का बीपी बढ़ा है तो कोई खांसी-बुखार व सर्दी से परेशान है। दाद-खाज खुजली व
बाराबंकी : किसी का बीपी बढ़ा है तो कोई खांसी-बुखार व सर्दी से परेशान है। दाद-खाज खुजली व हड्डी रोग के मरीजों की संख्या भी कम नहीं। जिला चिकित्सालय में प्रति दिन डेढ़ से दो हजार मरीज आते हैं पर विडंबना की पैरासीटामॉल व एंटीबॉयटिक जैसी आवश्यक दवाएं नहीं हैं।
शुक्रवार की दोपहर फिजिशियन कक्ष डॉ. राजेश कुशवाहा एक बजे तक करीब 200 मरीज देख चुके थे। इमरजेंसी में गंभीर मरीज भी बीच-बीच आते रहे जिन्हें भी देखने जाना पड़ता था। वृद्धा सुशीला देवी ने बताया कि बीपी बढ़ गया है। अस्पताल की दवा से कंट्रोल ही नहीं हुआ। बाहर से खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं। खांसी व बुखार से परेशान देवा क्षेत्र के बबुरीगांव निवासी पप्पू ने बताया कि देवा सीएचसी पर डॉक्टर नहीं मिले तो वह जिला चिकित्सालय आया। यहां खांसी की एक दवा मिली पर बुखार की पैरासीटामॉल नहीं मिली। रामनगर क्षेत्र के ¨बदौरा परसपुर निवासी सूर्य मणि त्रिवेदी ने बताया कि रामनगर सीएचसी पर दो बार जाने के बावजूद बुखार नहीं ठीक हुआ तो यहां आया पर यहां भी जरूरत वाली दवा नहीं मिल सकी। तेज बुखार से पीड़ित शांति बिहार कालोनी की निवासी छात्रा अंशिका को भी निराश होकर लौटना पड़ा।
सीएमएस डॉ. एसके ¨सह का कहना है कि जो दवाएं नहीं हैं उनकी डिमांड भेजी गई है। उपलब्ध संसाधनों के अनुसार मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की कोशिश की जा रही है।