बुखार से किशोर ने तोड़ा दम, तीन दर्जन बीमार
बुखार से किशोर ने तोड़ा दम तीन दर्जन बीमार
बाराबंकी : पंचायत राज और स्वास्थ्य विभाग की शिथिल कार्यशैली के चलते एक और किशोर की बुखार से मौत हो गई, जबकि तीन दर्जन लोग बीमार हैं। अब तक बुखार से छह मासूमों की जान जा चुकी है।
हैदरगढ़ कोतवाली के बरावां गांव के निवासी मातादीन के 14 वर्षीय बेटे राजकुमार की बुधवार सुबह बुखार से मौत हो गई। गांव में तीन दर्जन से अधिक लोग बीमार हैं। राजकुमार एक सप्ताह से बुखार से पीड़ित चल रहा था। परिवारजन उसका सीएचसी हैदरगढ़ में इलाज करवा रहे थे। परिवारजन ने बताया कि सीएचसी में फायदा न होने पर मंगलवार की शाम कस्बा हैदरगढ़ में एक निजी चिकित्सक के यहां पर जाकर इलाज करवाया था। बुधवार भोर में हालत बिगड़ने पर सीएचसी हैदरगढ़ ले जाया गया, यहां उसने दम तोड़ दिया।
ये हैं गांव में बीमार : मृतक के पिता मातादीन भी कई दिनों से वायरल बुखार से पीड़ित हैं। गांव के ही नंदलाल (60), नीरज (13), सुमिरन (9), सियालली (35), अनिता (30), कमलेश कुमारी (30), नंदलाल (60), धर्मेंद्र (12), सालू (16), अमन (35), रुक शाला (35), शीतला देवी (13), राजकुमार (35), रामगोपाल (50), रोशनी (12), चांदनी (14), बिदाना (50), राजवती (50), तेजरानी (35) और कृपाशंकर की पत्नी सहित तीन दर्जन से अधिक लोग बुखार से पीड़ित हैं। सीएचसी प्रभारी धर्मेंद्र राय ने बताया है कि सभी बुखार के मरीजों को गांव स्वास्थ्य टीम भेजकर इलाज करवाया गया है।
विभागों का यह काम : पंचायत राज विभाग ग्राम पंचायतों की सफाई कराते हैं। जबकि, स्वास्थ्य विभाग संचारी रोग नियंत्रण के लिए लोगों को जागरूक कर गांव में दवाओं का छिड़काव करते हैं, ताकि गांव में संक्रमण रोगों से बचा जा सके। यह दोनों विभाग के अफसर सिर्फ खानापूर्ति में लगे हैं, जिससे मौतें हो रही हैं।
यहां नहीं पहुंची टीम
सुबेहा : बुखार की चपेट में आकर आठ सितंबर को कुड़वा के सुमेरी का डेढ़ वर्षीय पुत्र राजदीप की जिला चिकित्सालय मे मौत हो गई थी। वहीं सुमेरी की तीन पुत्री पूनम (6) वर्ष, प्रिया (4) वर्ष, सीमा (3) बुखार की चपेट में हैं। इनका इलाज झोलाछाप से हो रहा हैं, स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं आई है। कांति सिंह (34) पत्नी राज नारायन निवासी रतौली मजरे कुड़वा बुखार से पीड़ित हैं। इन्होंने सीएचसी हैदरगढ़ में इलाज कराया लेकिन ठीक नहीं हुई, चिकित्सक ने डेंगू के लक्षण बताए हैं।