अखिलेश के जाते ही खाता खंगालने में जुटा प्रशासनिक अमला
बाराबंकी रानीगंज शराब कांड में जान गंवा चुके लोगों के आश्रितों के बैंक खातों में आर्थिक सहायता की धनराशि नहीं पहुंची। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इस बयान की भनक लगते ही प्रशासनिक अमला सर्तक हो गया।
सूरतगंज (बाराबंकी) : रानीगंज शराब कांड में जान गंवा चुके लोगों के आश्रितों के बैंक खातों में आर्थिक सहायता की धनराशि नहीं पहुंची। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इस बयान की भनक लगते ही प्रशासनिक अमला सतर्क हो गया। एसडीएम रामनगर चंद्र प्रकाश पाठक व तहसीलदार सुरेश राय मौके पर पहुंचे। बैंक बंद होने के कारण क्षेत्रीय बैंक मित्रों से संपर्क कर आश्रितों के बैंक खातों में धनराशि पहुंचने की बात का सत्यापन किया गया। एसडीएम का कहना है कि आश्रितों ने अपनी पासबुक अपडेट नहीं कराई है। धनराशि बैंक खातों में पहुंच चुकी है।
हुआ यूं कि रानीगंज निवासी छोटेलाल सहित उसके तीन पुत्रों की मौत मिलावटी शराब पीने से हो गई थी। ऐसे में छोटेलाल के दरवाजे पर ही अखिलेश यादव पहुंचे। वहीं पर रानीगंज के ही मृतक मुन्ना यादव के परिवार के सदस्य भी पहुंच गए। पूर्व सीएम ने छोटेलाल की पत्नी व बहू से परिवार की स्थिति पूछने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के अनुसार मिली दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता की धनराशि प्राप्त होने की बात पूछी तो महिलाओं ने कहा कि अभी धनराशि नहीं मिली है। चेक बैंक में लगाई थी। पूर्व सीएम ने इस बात को मीडिया के सामने मुद्दा बना दिया। उन्होंने यहां तक कह दिया कि उनके आने के बाद शायद धनराशि खातों में पहुंच जाएगी। पूर्व सीएम के बयान की जानकारी होते ही प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया।
ओम कुमार गुप्ता से खरीदा भुट्टा : रानीगंज से लौटते समय पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने महादेवा रेलवे क्रासिग पर भुट्टा बेच रहे ओम कुमार गुप्ता से 10 रुपये का भुट्टा खरीदा। भुट्टे में नींबू व नमक स्वयं ही लगाया। भुट्टा खरीदने के बाद उन्होंने उसे दिखाकर कहा कि भुट्टा भी दस रुपये का है। अखिलेश का भुट्टा खरीदकर खाने का अंदाज भी लोगों को खूब भाया।