Move to Jagran APP

Barabanki: दुर्गा पूजा में गए बालक की करंट लगने से मौत, सिर्फ नाम के हैं पंडालों में सुरक्षा के इंतजाम

बाराबंकी जिले के सतरिख थाना क्षेत्र के बरौली जाटा गांव में सोमवार रात दुर्गा पूजा पंडाल में करंट लगने से एक बालक की मौत हो गई। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। ग्रामीण परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Vrinda SrivastavaPublished: Tue, 04 Oct 2022 12:59 PM (IST)Updated: Tue, 04 Oct 2022 12:59 PM (IST)
Barabanki: दुर्गा पूजा में गए बालक की करंट लगने से मौत, सिर्फ नाम के हैं पंडालों में सुरक्षा के इंतजाम
दुर्गा पूजा में गए बालक की करंट लगने से मौत.

बाराबंकी, जागरण संवाददाता। दुर्गा जागरण देखने गए बरौली जाटा गांव के मोती गुप्ता के नौ वर्षीय पुत्र अभिनव की बिजली का करंट लगने से मौत हो गई। हादसा सोमवार की रात करीब 10 बजे हुआ जब अभिनव दुर्गा जागरण पंडाल में लोहे के पिलर के बगल में खड़ा था। कार्यक्रम स्थल पर जनरेटर बंद करने के बाद जैसे ही बिजली से लाइन जोड़ी गई तभी करंट पिलर में उतर गया। अभिनव उसमें चिपक गया। सीएचसी जाटा बरौली से जिला चिकित्सालय रेफर किया गया लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।

loksabha election banner

शर्तों को नहीं पूरा कर रहे आयोजक

दुर्गा पूजा पंडाल इस समय सजे हैं। खूब भीड़ भी उमड़ रही है, लेकिन आयोजकों को जिन शर्तों पर आयोजन की अनुमति दी गई, उनको पूरा करने की सिर्फ औपचारिकताएं ही दिखाई पड़ रही हैं। यही नहीं, यदि आयोजकों से इस संबंध में सवाल किया जाता है तो वह खुलकर कुछ बोलना नहीं चाहते।

1038 स्थानों पर दुर्गा पूजा पंडाल सजे

प्रशासन की ओर से शर्तों का घोषणा पत्र भी आयोजकों से भरवाया जाता है। अनुमानित भीड़ के अनुसार सुरक्षा की व्यवस्थाओं में आग से सुरक्षा के इंतजाम करने की भी बात कही गई है। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने दुर्गा पूजा व दशहरा को लेकर आयोजित जिला स्तरीय बैठक में आयोजकों से सभी शर्तों व नियमों को पूरा करने की अपेक्षा की थी। दुर्गापूजा के आठ दिन सही सलामत बीत चुके हैं। कोई हादसा नहीं हुआ है पर व्यवस्थाओं की बात करें तो वह औपचारिक ही दिखाई देती है।

बचाव का कोई विशेष प्रबंध नहीं दिखा

नगर पालिका परिषद नवाबगंज सभागार, धनोखर चौराहा व आवास विकास कालोनी में दुर्गापूजा पंडाल सजे हैं। आवास विकास कालोनी में मां वैष्णों देवी का दरबार सजाया गया है, जहां पहाड़ व गुफा बनाई गई है। गुफा के अंदर होकर जाना होता है, जिसमें पानी भी है। गुफा को बनाने में टाट व पीओपी का इस्तेमाल किया गया है। आग से बचाव के नाम पर यहां औपचारिकता ही कही जाएगी, क्योंकि गुफा में घुसने वाले द्वार पर तीन लीटर वाला एक फायर सिलेंडर ही दिखाई पड़ा। अन्य व्यवस्थाओं में सिर्फ पानी ही उपलब्ध है।

पूजा पंडाल में भी सिर्फ दो सिलेंडर रखे दिखे

नगर पालिका में भी आग से बचाव का कोई विशेष प्रबंध नहीं दिखा, जबकि सभागार के अलावा परिसर में देर रात तक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। धनोखर चौराहा के निकट फोटो वाली गली के पूजा पंडाल में भी सिर्फ दो सिलेंडर रखे दिखे। सूरतगंज ब्लाक के ग्राम चंदूरा स्थित नंदेश्वर महादेव मंदिर परिसर में सजे दुर्गा पूजा पंडाल में चार बोरी बालू व बाल्टी में पानी भरकर रखा गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.