सराफा कारोबारियों के चेहरे पर नवरात्र पर्व पर बढ़ी रौनक
नवरात्र पर्व के अलावा सहालग में आभूषण बिक्री की उम्मीद जगी। जिले में बड़े-छोटे मिलाकर करीब 2400 सराफा व्यापारी हैं।
बाराबंकी : शारदीय नवरात्र पर्व पर सर्राफा बाजार गुलजार रहने की उम्मीद सर्राफा कारोबारियों को जगी है। क्यों कि कोरोना काल में अधिकतर सर्राफा कारोबारी मंदी के दौर से गुजर रहे थे नवरात्र पर्व में सहालग का दौर शुरू होने से अधिकांश सर्राफा व्यवसायियों के चेहरे की रौनक बढ़ गई है। जिले में करीब 2400 छोटे बड़े मिलाकर सर्राफा कारोबारी हैं। जबकि शहर व बंकी में मिलाकर करीब 224 सर्राफा के प्रतिष्ठान हैं। अधिकतर कारोबारियों को उम्मीद है कि 24 कैरेट का सोना 52400 व करीब 62 हजार चांदी प्रति किलो होने के बाद भी नवरात्र, धनतेरस, दीपावली पर्व के अलावा सहालग की वजह से अधिक बिक्री होगी।
सर्राफ श्याम जी गुप्ता ने बताया कि सीजन में अधिक आभूषण बिक्री होने की उम्मीद इस बार है। कारण क्यों कि सहालग की तिथि तीन से चार माह में कम हैं। यही वजह है कि लोग आभूषण शुभ मुहूर्त में खरीदेंगे। एक यह भी वजह हो सकती है कि सोने व चांदी के भाव आने वाले दिसंबर माह तक काफी बढ़ सकते हैं।
सर्राफ अश्वनी गुप्ता ने बताया कि कोरोना काल में सर्राफा कारोबारी के साथ सभी कारोबार मंदी में थे। अब शारदीय नवरात्र में सर्राफा कारोबार बढ़ने की उम्मीद है। 24 कैरेट का सोना 52400 व चांदी करीब 62 हजार प्रति किलो आज की तारीख में हैं। फैंसी आभूषण की अधिक बिक्री होने की उम्मीद है।
सर्राफ संदीप बाथम ने बताया कि कोरोना काल को देखते हुए इस समय जब से नवरात्र पर्व शुरू हुआ है तब से आभूषण की बिक्री की उम्मीद बढ़ी है। दीपावली पर्व पर चांदी के लक्ष्मी गणेश की मूर्ति भी अधिक बिक्री होने की उम्मीद है। सहालग भले ही कम हो लेकिन जरूरत के हिसाब से लोग वैवाहिक समारोह के लिए आभूषण खरीदेंगे।
सर्राफ आशीष रस्तोगी ने बताया कि कोरोना काल में वर्तमान में अब समय आया है कि सर्राफा बाजार गुलजार रहेगा। उम्मीद हम लोगों ने यही लगाई है। नवरात्र पर्व के अलावा सहालग भी चालू हो गई है। इस वजह से सर्राफा कारोबार गुलजार रहने की उम्मीद है।