तंत्रमंत्र के चक्कर में हुई थी दिवाकर की हत्या
पुलिस के लिए ब्लाइंड मर्डर के रूप में सामने आए दिवाकर हत्याकांड का रविवार को खुलासा हुआ। पुलिस ने दावा किया है कि तंत्रमंत्र के चक्कर में यह हत्याकांड हुआ था। मृतक के पिता ने भी गांव के तीन लोगों के खिलाफ तंत्रमंत्र के चलते हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। असंदरा थाना क्षेत्र के ग्राम पूरे पहलवान मजरे धारुपुर निवासी तेज बहादुर यादव का पुत्र दिवाकर (15) गत 30 जुलाई का लापता हो गया था। दिवाकर का शव चार अगस्त को गांव से सटे जंगल में पेड़ पर फंदे से लटका मिला था। पीड़िता पिता ने गांव के ही रामशंकर रामगोपाल पुत्र शिवमगन और सियावती पत्नी शिवमगन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
बाराबंकी : पुलिस के लिए ब्लाइंड मर्डर के रूप में सामने आए दिवाकर हत्याकांड का रविवार को खुलासा हुआ। पुलिस ने दावा किया है कि तंत्रमंत्र के चक्कर में यह हत्याकांड हुआ था। मृतक के पिता ने भी गांव के तीन लोगों के खिलाफ तंत्रमंत्र के चलते हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था।
असंदरा थाना क्षेत्र के ग्राम पूरे पहलवान मजरे धारुपुर निवासी तेज बहादुर यादव का पुत्र दिवाकर (15) गत 30 जुलाई का लापता हो गया था। दिवाकर का शव चार अगस्त को गांव से सटे जंगल में पेड़ पर फंदे से लटका मिला था। पीड़िता पिता ने गांव के ही रामशंकर, रामगोपाल पुत्र शिवमगन और सियावती पत्नी शिवमगन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। 25 अगस्त की सुबह पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया है।
हत्या का कारण : निरीक्षक अक्षय कुमार ने बताया कि आरोपित पक्ष की गतिविधियां पहले भी तंत्रमंत्र से जुड़ी रही हैं। कुछ दिन पहले गांव से एक बालक भी घर लाए थे जो भाग गया था। बताया जाता है कि परिवार बीमारी से आजिज था जिसके लिए उसे किसी ओझा ने दो बैल अथवा एक इंसान की बलि देने का उपाय बताया था। इसके चलते उसने यह वारदात की। यह था मामला : शव का पुलिस ने पीएम कराया तो लिग, मौत का कारण और समय पता नहीं चल सका। लखनऊ विशेषज्ञों की राय में जब लिग स्पष्ट हुआ तो 16 अगस्त को पीड़ित पिता की तहरीर पर तीन पर मुकदमा दर्ज हुआ। शव साड़ी के फंदे से लटकता मिला था और दिवाकर साड़ी सहित अंत: वस्त्र महिलाओं के पहले हुए था। उसके शरीर पर कुल पांच साड़ियां थी। अपने आप में पहला मामला : पुलिस तंत्रमंत्र का दावा कर रही है, लेकिन यह अपने-आप में पहला मामला है, जिसमें बलि गला दबाकर और फंदे से लटकाकर देना बताया गया है। बलि में गला रेतने की बात ही पहले आती है। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने राजफाश भले ही कर दिया हो, लेकिन इस प्रकरण में उसकी जांच अभी जारी है।