बढ़ी मांग से बढ़े मूर्तियों के भी दाम
बाराबंकी : मांग बढ़ने के साथ ही लक्ष्मी-गणेश सहित अन्य मूर्तियों के दामों में भी इजाफा हो
बाराबंकी : मांग बढ़ने के साथ ही लक्ष्मी-गणेश सहित अन्य मूर्तियों के दामों में भी इजाफा हो गया है। दीपावली पर श्रीगणेश, लक्ष्मी और कुबेर जी की मूर्तियां बिकती हैं। पुरातन काल से मिट्टी की मूर्तियों की पूजा का प्रावधान है, पर पिछले कई सालों से प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों का प्रचलन हो गया। यह मूर्तियां देखने में काफी चमकदार होती हैं, क्योंकि इन पर कलर खूब फबता है। इसके विपरीत मिट्टी की मूर्तियां थोड़ा कम चमकीली व कलरफुल होती हैं। लेकिन विधि-विधान पूर्वक पूजा करने वाले लोग मिट्टी की मूर्तियां ही खरीदकर पूजते हैं। हालांकि बाजार में प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां ही ज्यादा बिकती हैं।
लइया मंडी में सजी दुकान पर कुबेर जी सबसे छोटी छह इंच की मिट्टी की भगवान कुबेर, श्रीगणेश व लक्ष्मी जी की मूर्तियां 50-50 रुपये की आसानी से बिक रही हैं। बहुत मोलभाव करने पर दो-चार रुपये भले ही कम हो जाए। इसके विपरीत इन्हीं देवी-देवताओं की प्लास्टर ऑफर पेरिस से बनी मूर्तियां 25 से 30 रुपये जोड़ा मिल रही हैं। दुकानदार कल्लू ने बताया कि मिट्टी की मूर्तियां हाथ से ही बनाई जाती हैं जबकि प्लास्टर ऑफ पैरिस की मूर्तियां सांचे में बनती हैं। मिट्टी की मूर्तियों को बनाने में मूर्तिकार को कड़ी मेहनत भ करन पड़ती है। इस बार मिट्टी के बर्तन व मूर्तियों की मांग भी पिछले साल से ज्यादा है। ऐसे में मूर्तियों की कीमत भी ज्यादा है। इनसेट-
मूर्तियां बनाकर कर रहे जीविकोपार्जन
रामसनेहीघाट : धुनौली ठाकुरान गांव के पुत्ती लाल मिट्टी की मूर्तियां बनाकर बेचते हैं। परिवार के जीविकोपार्जन का मुख्य जरिया है। दीपावली के तीन महीने पहले से परिवार के सभी सदस्य मूर्तियां बनाने के कार्य में जुट जाते हैं। मूर्तियां 20 से 100 रुपये प्रति जोड़ा बिक जाती हैं।