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किसान और नौजवान के घर संरक्षित हैं सीडीएस बिपिन रावत की स्मृतियां

सेना के सर्वोच्च पद पर रहे सीडीएस बिपिन रावत की स्मृतियां जिले के पद्मश्री किसान राम सरन वर्मा व इसरो के देहरादून स्थित इकाई इंडियन इंस्टीट्यूट आफ रिमोट सेंसिग से भू-गर्भ विज्ञान में एमटेक की पढ़ाई कर रहे छात्र शुभम मिश्र ने संजोकर रखी हैं। म अवस्थी बाराबंकी सेना के सर्वोच्च पद पर रहे सीडीएस बिपिन रावत की स्मृतियां जिले के पद्म

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Dec 2021 11:55 PM (IST)Updated: Tue, 14 Dec 2021 11:55 PM (IST)
किसान और नौजवान के घर संरक्षित हैं सीडीएस बिपिन रावत की स्मृतियां
किसान और नौजवान के घर संरक्षित हैं सीडीएस बिपिन रावत की स्मृतियां

प्रेम अवस्थी, बाराबंकी :

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सेना के सर्वोच्च पद पर रहे सीडीएस बिपिन रावत की स्मृतियां जिले के पद्मश्री किसान राम सरन वर्मा व इसरो के देहरादून स्थित इकाई इंडियन इंस्टीट्यूट आफ रिमोट सेंसिग से भू-गर्भ विज्ञान में एमटेक की पढ़ाई कर रहे छात्र शुभम मिश्र ने संजोकर रखी हैं। पिछले दिनों हेलीकाप्टर दुर्घटना में सीडीएस के निधन के बाद पद्मश्री व छात्र शुभम हर किसी से उनसे अपनी मुलाकात के लम्हों को साझा कर रहे हैं।

पद्मश्री राम सरन वर्मा ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह 15 अगस्त 2019 में शामिल होने के बाद राष्ट्रभवन में भोज के दौरान उनकी मुलाकात जनरल बिपिन रावत से हुई थी। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के साथ ही पद्मश्री सम्मान की भी बधाई दी थी। उन्नत खेती पर करीब पांच मिनट तक चर्चा करते की और जय जवान-जय किसान का नारा लगाते हुए गले भी लगाया और फोटो भी खिचाई। उनके साथ के चित्र उनकी स्मृति के रूप में हैं। बिपिन रावत का कार्य एवं व्यवहार बार-बार उनकी याद दिलाता है। बिपिन रावत हमेशा हम सबकी यादों में जीवित रहेंगे।

लखपेड़ाबाग के रहने वाले अधिवक्ता प्रेम शंकर मिश्र के पुत्र शुभम मिश्र ने बताया कि डा. भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ के वर्ष 2019 के दीक्षांत समारोह में जनरल बिपिन रावत ने उन्हें भू-गर्भ विज्ञान से बीएससी में सर्वोच्च अंक पाने के लिए गोल्ड मेडल प्रदान किया था। उन्होंने पीठ थपथपाकर देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा भी दी थी। कहा था कि 'आप जैसे युवाओं की देश को जरूरत है।' उनकी प्रेरणा ही रही कि भू-गर्भ विज्ञान से एमएससी में भी इसी वर्ष राष्ट्रपति रामनाथ कोविद के हाथों गोल्ड मेडल मिला।


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