बंजर भूमि पर बिखरेगी औषधीय पौधों की हरियाली
पूर्व विधायक और भाजयुमों के कार्यकर्ताओं ने किया पौधारोपण
बाराबंकी : कल्याणी नदी के पुनरोद्धार कार्य से नदी का प्राकृतिक स्वरूप बहाल होने और श्रमिकों को रोजगार मिलने के साथ ही कोरोना से लड़ाई में भी मजबूती मिली है। नदी के करीब बंजर भूमि न सिर्फ हरी-भरी होगी बल्कि रोपे गए औषधीय पौधे कोरोना समेत अन्य संक्रामक बीमारियों से बचाने में कारगर साबित होंगे।
फतेहपुर ब्लॉक के ग्राम होलीपुरवा मजरे मवैया में कल्याणी नदी के तट पर नमामि गंगे परियोजना के तहत वन विभाग की ओर से 1875 पौधे लगाए हैं। अब 2500 पौधे ग्रामीण महिलाओं को पौधारोपण के लिए दिए गए हैं। सहायक विकास अधिकारी संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि मवैया के होलीपुरवा में कल्याणी नदी के तट के पास लगभग पांच बीघे भूमि बंजर पड़ी थी। इस भूमि में पौधारोपण के लिए एसडीएम पंकज सिंह ने समूह को दे दिया है। इसके बाद रमाबाई स्वयं सहायता समूह की सरोज कुमारी व मालती तथा विकास स्वयं सहायता समूह की सुमन, मालती देवी व रामावती ने इस भूमि पर लेमनग्रास, सतावर, तुलसी व एलोवेरा के पौधे लगाए। महिलाओं ने 1000 पौधे भी इसी भूमि पर लगाए, जिनमें 700 अमरूद के और 300 जामुन के पौधे लगाए गए हैं। लेमनग्रास सतावर, तुलसी और एलोवेरा जैसे पौधे विभिन्न रोगों के उपचार के काम आते हैं।
हैदरगढ़ : विद्यालय परिसर को हरा-भरा बनाने के लिए हैदरगढ़ क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बनकोट के प्रधानाध्यापक मोबीन अहमद, शिक्षक अजीत कुमार आदि ने बुधवार को विद्यालय परिसर पर जामुन, आम, आंवला, नीम व अमरूद के पौधे रोपित किया।
सुबेहा : भाजयुमो संयोजक हरिकृष्ण शुक्ला के नेतृत्व में क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कमेला में छायादार व फलदार वृक्ष जैसे अशोक, आम, अमरूद, जामुन, आंवला आदि के पौधे रोपे गए। पूर्व विधायक पंडित सुंदर लाल दीक्षित ने कार्यक्रम में पहुंचकर पौधे लगाए। प्राथमिक विद्यालय ओहरामऊ व प्राथमिक विद्यालय अनियारी में भी पौधे रोपित किए।