किसानों को मिले आम, जामुन, महुआ, आंवला, सहजन के पौधे
दो हजार किसानों को बांटे गए पौधे सरयू तट पर भी लगाए जाएंगे पौधे
बाराबंकी : पौधारोपण के लिए किसानों को पौधों का वितरण शुरू कर दिया गया है। हैदरगढ़ क्षेत्र में शुक्रवार को दो हजार पौधे वितरित किए गए। वहीं सूरतगंज क्षेत्र में सरयू नदी के तटों पर पौधारोपण की रूपरेखा तैयार कर ली गई है।
शुक्रवार की सुबह पुरेझाम तिवारी पुरवा मजरे बहुता में बहुता माइनर के अध्यक्ष ब्रजेश त्रिपाठी व तेजभान सिंह और हरिश्चंद्र ने दो हजार किसानों को आम, जामुन, महुआ, आंवला, सहजन आदि प्रजाति के पौधों को निश्शुल्क वितरित किया है। राजू पांडे बहुता, राममिलन रावत खजूरी, दुर्गेश सिंह खुशियागंज, शत्रोहन लाल बेरवा, खुशीराम पांडे, राजेश सिंह टिकरा, विजय बहादुर सिंह, दुर्गेश शुक्ला, पिटू शुक्ला, मयंक पांडे, मानस शुक्ला, महेश पांडे, मुरली रावत, बाबूलाल रावत, देवी प्रसाद कोरी, संतु कोरी, कंधई आदि किसानों को निश्शुल्क पौधे दिए गए हैं।
सूरतगंज : नदी के तटबंध को कटान से रोकने के लिए वन विभाग ने नई पहल तैयार की है। तटबंध के किनारे दोनों ओर पौधे लगाएं जाएंगे। तटवर्ती गांवों के लोगों को पौध रोपण किए जाने के लिए जागरूक भी किया जाएगा। घाघरा (सरयू) व सुमली नदी के किनारे पौधे रोपित होंगे। हेतमापुर गांव के पास सरयू नदी व मधवाजलालपुर गांव के पास से गूजरी सुमली नदी के किनारे व तटबंध की दोनों ओर तैयार नर्सरी से पौधों की रोपाई की जाएगी। वन दारोगा विनीत जायसवाल ने बताया कि इस वर्ष सरयू नदी के तटबंध पर 13 हजार पौधे व सुमली नदी के किनारे 11 हजार पौधे रोपित किए जाएंगे। वन क्षेत्राधिकारी, आरएस भट्ट ने बताया कि पुरैना पुल करसाकला गांव से लेकर हेतमापुर गांव के आगे सीतापुर सीमा तक सरयू नदी के तटबंध के साथ पुरैना पुल करसाकला से मधवाजलालपुर गांव तक सुमली नदी के किनारे पौधों की रोपाई होगी।