किसान तय करेंगे पौधरोपण की जगह, खुद करेंगे सुरक्षा
बाराबंकी : अब किसान तय करेंगे कि वे कहां पौधे रोपित करेंगे और कहां पौधे लगाए जाए। पौधों की रखवाली भी
बाराबंकी : अब किसान तय करेंगे कि वे कहां पौधे रोपित करेंगे और कहां पौधे लगाए जाए। पौधों की रखवाली भी अब ग्रामीणों के भरोसे होगी, जिसके लिए गांव-गांव पौधरोपण का माइक्रो प्लान तैयार किया जा रहा है। अब तक ढाई सौ गांवों में दस लाख पौधरोपण का सजरा तैयार कर लिया गया है।
पिछले वर्ष जिले में पौध रोपण का लक्ष्य 29 लाख था। इस बार 15 लाख का लक्ष्य बढ़ाते हुए 44 लाख पौधों के लगाने का जिम्मा सरकार ने बाराबंकी को सौंप दिया है। यह पौध रोपण ग्रामीणों की स्वीकृति पर किया जाएगा, जिसके लिए गांव-गांव माइक्रो प्लान तैयार किया जा रहा है। 1166 ग्राम पंचायत में प्लान तैयार कर 44 लाख 6 हजार 700 पौधे लगाने हैं। किसान तय करेंगे पौधों की प्रजाति : माइक्रो प्लान में वन विभाग की टीम गांव-गांव बैठक कर रही है। इसमें किसानों से उनकी इच्छा पूछी जा रही है कि वे कौन सा पौधे लगाएंगे। अभी तक किसानों ने सागौन, यूकेलिप्टस, नींबू, अमरूद, आम, शहजन, शीशम, आनार आदि पौधे लगाने की इच्छा जाहिर की है। इसके अलावा प्लान में किसान कहां पौधे लगाएंगे, जगह कितनी है, इसका लेखा-जोखा तैयार किया जा रहा है। पौधों का संरक्षण अब करेंगे किसान : अभी तक वन विभाग जहां भी पौधरोपण कर देता था। वहां पर लगे पौधों की देखरेख वन विभाग की ही रहती थी। अब ऐसा नहीं होगा, ग्रामीणों को पौधों की देख-रेख और संरक्षण का जिम्मा दिया जाएगा। ताकि लगाए गए पौधों की रखवाली सही ढंग से की जा सके। यह विभाग कराएंगे पौधरोपण : डीएफओ एनके ¨सह ने बताया कि 44 लाख 6 हजार 700 पौधरोपण का लक्ष्य है, जिसमें वन विभाग 14 लाख लाख 18 हजार 131 पौधेरोपित कराएगा। जिले के अन्य 26 विभाग 29 लाख 88 हजार 569 पौधेरोपित कराएंगे। अभी तक मई या जून में पौधरोपण का लक्ष्य आता था, लेकिन इस बार सत्र से पहले ही लक्ष्य दे दिया गया है, पौधरोपण का माइक्रो प्लान तैयार किया जा रहा है।