बेसहारा पशुओं को किसानों ने स्कूल में भरा, हड़कंप
संवादसूत्र, टिकैतनगर (बाराबंकी) : थाना टिकैतनगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय कमरौली परिसर में सोमवार को किसानों ने चार दर्जन बेसहारा पशुओं बंद कर दिया। इससे बच्चों व शिक्षक-शिक्षिकाओं में हड़कंप मच गया। बच्चे स्कूल के कमरें में दुबक गए। पूरे परिसर में गाय व सांड़ों का कब्जा हो गया। आपस में इन पशुओं के लड़ने का तमासा देखने वालों की भीड़ लग गई लेकिन इन्हें स्कूल से बाहर निकलाने में बच्चों के अभिभावकों ने भी कोई पहल नहीं की।
टिकैतनगर (बाराबंकी) : थाना टिकैतनगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय कमरौली परिसर में सोमवार को किसानों ने चार दर्जन बेसहारा पशुओं बंद कर दिया। इससे बच्चों व शिक्षक-शिक्षिकाओं में हड़कंप मच गया। बच्चे स्कूल के कमरों में दुबक गए। पूरे परिसर में गाय व सांड़ों का कब्जा हो गया। आपस में इन पशुओं के लड़ने का तमासा देखने वालों की भीड़ लग गई, लेकिन इन्हें स्कूल से बाहर निकलाने में बच्चों के अभिभावकों ने भी कोई पहल नहीं की। एसडीएम सिरौलीगौसपुर संतोष कुमार पहुंचकर ग्रामीणों की बात सुनी और पशुओं को अजईमऊ में बनाए गए गो-आश्रय स्थल पर भिजवाया।
पूरेडलई ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम डेरेराजा, जगनगर, अतरौली व बराइन आदि गांवों के किसानों ने बताया कि गाय व सांड़ झुंड के झुंड खेतों में घुसकर गेहूं, सरसो, चना, मटर, मसूर आदि की फसलें नष्ट कर रहे हैं। जबकि घाघरा नदी की बाढ़ में खरीफ की फसलें नष्ट हो गईं थी। गांव के आसपास गो आश्रय स्थल भी नहीं बनाया जा रहा।
रविवार को कमरौली के किसान शिवकुमार दीक्षित, सत्यदेव, अमरनाथ, विश्वनाथ व लल्ला के खेतों में लगी फसलों को पशुओं ने पूरी तरह चर लिया। खेतों की दशा देखकर किसानों ने इन पशुओं को खदेड़ने का मन बना लिया। सोमवार को घेरकर पशुओं को कमरौली प्राथमिक विद्यालय में ले गए। टिकैतनगर पुलिस भी पहुंची मगर ग्रामीण पशुओं को स्कूल से बाहर निकालने को राजी नहीं हुए। एसडीएम ने पहुंचकर समझाया। चार वाहन मंगवाए और उन वाहनों पर पशुओं को लादकर अजईमऊ गो आश्रय स्थल भेज दिया।