कांग्रेस की रैली में छत्तीसगढ़ सीएम ने लगवाया नारा-पहले लड़े थे गोरों से, अब लड़ेंगे चोरों से
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसान-नौजवान स्वाभिमान रैली में 1857 की आजादी की लड़ाई में लोगों की भूमिका को सराहते हुए ‘पहले लड़े थे गोरों से-अब लड़ेंगे चोरों से’ का नारा लगवाया।
बाराबंकी, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसान-नौजवान स्वाभिमान रैली में कर्जमाफी और समर्थन मूल्य के मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने वर्ष 1857 में आजादी की लड़ाई में लोगों की भूमिका को सराहते हुए ‘पहले लड़े थे गोरों से-अब लड़ेंगे चोरों से’ का नारा लगवाया। लघु एवं सीमांत किसानों को वर्ष में छह हजार रुपये दिए जाने को किसानों का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ में किसानों का शत-प्रतिशत कर्ज माफ किया। केंद्र सरकार ने धान 1750 रुपये समर्थन मूल्य घोषित किया है। लेकिन, यूपी में किसानों का क्रय केंद्रों पर धान खरीदा ही नहीं जा रहा।
हमारे यहां ढाई हजार रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदा जा रहा है। समर्थन मूल्य बढ़ाकर प्रति किसान कम से कम 56 हजार रुपये देने का काम हमने किया। यह यूपी सहित अन्य प्रदेशों में भी हो सकता है लेकिन इसके लिए आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जिताकर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना होगा। बघेल ने किसानों को संगठित होने की सीख देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में किसानों ने एक तिहाई बहुत से कांग्रेस की सरकार बनाई। सरकार बनने के बाद दूसरे दिन का सूरज निकलने से पहले कर्ज माफ कर दिया गया।
राज्य सभा सदस्य डॉ. पीएल पुनिया की छत्तीसगढ़ चुनाव में भूमिका को सराहा। डॉ. पुनिया के पुत्र लोकसभा चुनाव में जिले से टिकट के प्रमुख दावेदार तनुज पुनिया को अपना छोटा भाई बताकर दोबारा आने का आश्वासन भी दिया। रैली में वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद, डॉ. संजय सिंह आदि ने संबोधित किया। बघेल ने जिले की भाजपा सांसद प्रियंका सिंह रावत के रिश्तेदार ननद के पति विनोद रावत को माला पहनाकर कांग्रेस में शामिल कराया।