सेठमऊ में कान्हा उपवन बनने की जगी उम्मीद
बाराबंकी : छुट्टा घूमने वाले गोवंशीय पशुओं के लिए गोमती व रेठ नदी के मध्य हरख ब्लॉक की
बाराबंकी : छुट्टा घूमने वाले गोवंशीय पशुओं के लिए गोमती व रेठ नदी के मध्य हरख ब्लॉक की ग्राम पंचायत सेठमऊ में कान्हा उपवन बनेगा। प्रस्तावित स्थल गोरखपुर की मूल निवासी प्रेमा त्रिपाठी का है जिन्होंने 700 गायों को रखने लायक टिनशेड भी बनवा रखा है। प्रेमा त्रिपाठी लखनऊ के आशियाना में रहती हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गोवंश संरक्षण की मुहिम का हिस्सा बनने के लिए कान्हा उपवन का प्रस्ताव दिया। डीएम अखिलेश तिवारी ने स्वीकृत कर मुख्यमंत्री को भेजा है।
डीएम का कहना है कि कान्हा उपवन के लिए पहले शहर के निकट बनवा में एक भूखंड आरक्षित है जो प्रेमा त्रिपाठी के स्थल से बहुत कम है। प्रेमा त्रिपाठी का पूरा शेड तैयार है। ऐसे में मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप कान्हा उपवन संचालित करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। कोशिश है कि प्रदेश में प्रथम चरण में संचालित होने जा रहे 15 कान्हा उपवन में बाराबंकी का नाम भी शामिल हो।
जंगल में मंगल जैसा ²श्य : प्रस्तावित स्थल के आसपास करीब पांच सौ बीघा जमीन जंगल में मंगल जैसी है। गायों को रखने के लिए बनाए गए टिनशेड के आसपास बागवानी व खेती होती है। पानी के लिए राजकीय नलकूप भी लगा है। बिजली की लाइन ¨खची है।
सफल हो जाएगा निर्माण : प्रेमा त्रिपाठी के पति जयकेश त्रिपाठी का कहना है कि खेती व पशुपालन से उन्हें व उनकी पत्नी को लगाव है इसीलिए कान्हा उपवन संचालित करने की खातिर अपने टिनशेड व जमीन का प्रस्ताव दिया है।
मुख्यालय से 25 किलोमीटर : कान्हा उपवन के लिए प्रस्तावित स्थल जिला मुख्याल से करीब 25 किलोमीटर दूर है। यह स्थान पड़ता तो सेठमऊ ग्राम पंचायत में है मगर यह ग्राम पंचायत तीरगांव के मजरे होलियामऊ के निकट स्थित है। तीरगांव से तीन किलोमीटर पूरब की तरफ सेठमऊ होते हुए हैदरगढ़ रोड को जोड़ने वाली ¨लक रोड से होलियामऊ के लिए पक्की सड़क बनी है। यह सड़क प्रस्तावित कान्हा उपवन के किनारे से होकर गंगागंज-भानमऊ रोड में जुड़ती है।