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    अब हादसों की असली वजह बताएगा आई रेड एप, दर्ज होगा दुर्घटनाओं का विवरण

    Updated: Tue, 02 Dec 2025 07:07 PM (IST)

    बाराबंकी में सड़क हादसों में मृत्यु दर कम करने के लिए आई रेड एप से सभी अस्पतालों को जोड़ा जा रहा है। इस एप में दुर्घटना का कारण, स्थल की स्थिति, वाहनो ...और पढ़ें

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    आइ रेड एप बताएगा हादसों की असली वजह।

    प्रहलाद तिवारी, बाराबंकी। सड़क हादसों में मृत्यु दर शून्य करने के लिए अब आई रेड (इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस) एप से सभी निजी व सरकारी अस्पताल जुड़ेंगे। एप के प्रथम चरण का कार्य जिले में पूरा हो चुका है और दूसरे चरण पर कार्य हो रहा है।

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    इस चरण में सभी अस्पतालों को जोड़ा जा रहा है। इसमें निजी से लेकर पीएचसी, सीएचसी समेत सभी चिकित्सालय को शामिल किया गया है। नवंबर के आखिरी सप्ताह में सभी चिकित्साधिकारियों को एप का प्रशिक्षण दिया गया है।

    इस एप में परिवहन, पुलिस, एनएचएआई व लोकनिर्माण विभाग पहले से जुड़े हैं। नए एप से चिकित्सकों को इलाज के लिए पुलिस की अनुमति व सहमति की भी जरूरत नहीं होगी।

    पांच राष्ट्रीय राजमार्ग व पूर्वांचल एक्सप्रेस को समेटे जिले में नित्य मार्ग दुर्घटनाएं होती है। सर्वाधिक सड़क हादसे रामनगरी से राजधानी को जोड़ने वाले एनएच पर होते हैं।

    नोडल व एसीएमओ डॉ. डीके श्रीवास्तव ने बताया कि प्रशिक्षण में डाटा एप में भरने की जानकारी चिकित्साधिकारियों को दी गई। एप में प्रत्येक सड़क दुर्घटना का विवरण अंकित किया जाएगा। इसमें घटना का कारण, स्थल की स्थिति, वाहनों का प्रकार, घायल के इलाज और अन्य प्रकार की जानकारियां दर्ज की जाएंगी।

    डिस्ट्रिक रोल आउट मैनेजर कमर अशफाक ने बताया कि एप वर्ष 2021 से चल रहा है। अब अस्पतालों के संबद्ध होने से घायल को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर तत्काल चिकित्सीय सुविधा मुहैया होगी। पुलिस घटना स्थल व घायल व्यक्ति का नाम, समय, पता समेत अन्य डाटा एप पर लोड करेगी।

    अस्पताल ऑनलाइन डाटा देख सकेगा। अस्पताल अपनी रिपोर्ट के साथ डाटा को पुलिस को फारवर्ड कर देगी। पुलिस को मेडिकल रिपोर्ट अस्पताल से मांगने की जरूरत नहीं होगी। सब कुछ आनलाइन प्रेषण होगा। समय की बचत के साथ ही घायल का त्वरित इलाज हो सकेगा।

    डीआईजी यातायात ने की समीक्षा

    सोमवार को डीआइजी यातायात अरविंद कुमार मौर्य ने एप की समीक्षा की और अतिशीघ्र सभी अस्पतालों को संबंद्ध करने के निर्देश दिए। इसमें पहले हाइवे पर स्थित अस्पतालों को जोड़ने को कहा।

    • दुर्घटनाएं- 753
    • घायल- 412
    • मृत्यु- 391
    • आइ रेड में वर्ष 2021 से दर्ज दुर्घटनाएं- 3500
    • मृत्यु दर- 26 प्रतिशत
    • संबद्ध अस्पताल- 11 (10 सीएचसी व एक जिला अस्पताल)