मुर्तिहन घाट पुल बना तो आसान होगी चौरासी कोसी परिक्रमा
अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा आसान करेगा मुर्तिहन घाट का पुलअयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा आसान करेगा मुर्तिहन घाट का पुलअयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा आसान करेगा मुर्तिहन घाट का पुल
ललित शर्मा, बाराबंकी
अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग पर जिले के पूरेडलई क्षेत्र के मुर्तिहन घाट पर पुल बनने से विकास के द्वार खोल देगा। इससे न केवल श्रद्धालुओं को आसानी होगी बल्कि क्षेत्र के लोगों को गोंडा जाने के लिए दूरी भी करीब 100 किलो मीटर कम हो जाएगी। इसका शिलान्यास 29 जनवरी को अयोध्या में केंद्रीय लोक निर्माण मंत्री नितिन गडकरी करेंगे।
अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा बस्ती, अंबेडकरनगर, फैजाबाद और बाराबंकी से श्रद्धालु गोंडा जिले में पहुंचते हैं। परिक्रमार्थियों की राह में बाराबंकी व गोंडा के बीच बह रही घाघरा नदी पार करना चुनौती होती है। परिक्रमार्थी नाव से नदी पार कर गोंडा जिला में प्रवेश करते हैं। घाघरा नदी पर पुल बन जाने से अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा जहां आसान हो जाएगी। वहीं गांव माझा रायपुर, परसावल, कमियार, बांसगांव, असवा, टिकरी, ढेमा के लोगों को आने-जाने के लिए मार्ग मिल जाएगा। घाघरा नदी पर पुल न होने से क्षेत्र के लोगों को 100 किमी दूर गोंडा और उस पार के गांव के लिए लोगों को राहत मिलेगी। जुड़ेंगे पौराणिक स्थल : घाघरा नदी मुर्तिहन घाट पर नदी पार करके कमियार घाट से गोंडा के पहले पड़ाव स्थल बहुअन मदार मांझा के दुलारे बाग तक सात किमी घाघरा नदी की रेत से छुटकारा मिलेगा। बाराबंकी व गोंडा के लोग राजापुर, नरहरि आश्रम, वाराह मंदिर, वृंदावन खैरा, वाराही मंदिर, यमदग्नि आश्रम जमथा सभी पौराणिक स्थल एक-दूसरे से जुड़ जाएंगे। विधायक सतीश चंद शर्मा ने बताया कि क्षेत्र के बबुआ पुर बेलहरी से जिले की सीमा शुरू होगी। इस मार्ग पर अलियाबाद, नियामतगंज, बारिन बाग सहित तमाम कस्बे आते हैं। पुल बनने के साथ इस मार्ग पर टू लेन सड़क का भी निर्माण होगा। इससे गोंडा, रायबरेली, अयोध्या, सुल्तानपुर के लोग सीधे जुड़ जाएंगे।