'कोई लड़का पीछा करे तो भागो नहीं पत्थर उठाओ, आंख दिखाओ': राज्यपाल Barabanki News
बाराबंकी में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का दौरा। बालिकाओं को दी निडर बनने की प्रेरणा।
बाराबंकी, जेएनएन। जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य व सुरक्षा महकमे का हाल देखने पहुंचीं राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शुक्रवार को बालिकाओं को निडर बनने की प्रेरित किया। मसौली थाने में कहा, लड़का पीछा करे तो भागो नहीं पत्थर उठाओ..आंख दिखाओं वह खुद ही भाग जाएगा। उन्होंने अधिकारियों व स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से समाज को सुंदर, स्वस्थ व स्वच्छ बनाने के लिए मिलजुल कर कार्य करने की अपील की।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय नेवला करसंडा में छात्र-छात्राओं को मन लगाकर पढऩे व शिक्षकों को पढ़ाने के लिए प्रेरित किया और मिड डे मील के लिए पक रही तहरी को भी कलछुन से चलाकर देखा। मसौली थाने में भी जीजीआइसी बाराबंकी और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय मसौली के विद्यार्थियों से बात की। पुलिस का डर बच्चों के मन से दूर करने लिए थानों का भ्रमण कराने का सुझाव डीआइओएस राजेश कुमार व बीएसए बीपी ङ्क्षसह को दिया। राज्यपाल ने शिक्षकों से महिला पुलिस कर्मियों को स्कूलों में आमंत्रित करने को कहा, ताकि छात्राओं का हौसला बढ़ सके। जीआइसी की छात्रा वर्षा चंद्रा ने बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ गीत सुनाया। केजीबीवी की छात्राओं ने भी बालिका शिक्षा पर समूहगान प्रस्तुत किया। राज्यपाल ने छात्राओं की प्रतिभा को सराहा और पुलिस की सामाजिक सुरक्षा में भूमिका पर चर्चा की। छात्रा नंदिता गुप्ता व वर्षा आदि ने पुलिस में भर्ती होने की इच्छा जताई। एसपी आकाश तोमर ने छात्राओं को बताया कि उनकी शिक्षा सरकारी स्कूल में ही शुरू हुई। पिता शिक्षक थे। राज्यपाल ने बच्चों को फल भी बंटवाए।
सीएचसी बड़ागांव में राज्यपाल के आगमन की जानकारी पहले से होने के कारण सबकुछ दुरुस्त मिला। करीब आधा घंटा तक निरीक्षण चला। इस दौरान अंदर के मरीज अंदर व बाहर के बाहर रहे। राज्यपाल के निकलने के बाद मरीजों का इलाज शुरू हुआ। बड़ागांव के आंगनबाड़ी केंद्र पर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की। परिसर में सहजन का पौधा भी रोपा। रामनगर के लोधेश्वर महादेवा ऑडोटोरियम में अधिकारियों के साथ बैठक में केंद्रीय योजनाओं की प्रगति का हाल जाना।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला रसोई गैस के लाभार्थियों का दोबारा गैस सिलिंंडर भराने के 30 फीसद आंकड़ा सुनकर चिंता जताई। आयुष्मान भारत योजना में इलाज के लिए लाभार्थियों की पात्रता के बारे में सीएमओ डॉ.रमेश चंद्र की बात से संतुष्ट नहीं हुईं। अधिकारियों के बाद स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों को संबोधित कर शिक्षा, स्वच्छता व स्वास्थ्य के कार्यक्रमों में सफलता में सहयोग करने की अपील की। टीबी रोगियों को गोद लेने की उनकी अपील पर 21 संस्थाओं ने करीब 100 मरीजों को गोद लेने की घोषणा की। इस दौरान रामनगर विधायक शरद अवस्थी, हैदरगढ़ विधायक बैजनाथ रावत, डीएम डॉ. आदर्श सिंह, सीडीओ मेधा रूपम आदि मौजूद रहे।