बढ़ रहा घाघरा की कटान का दायरा
बढ़ रहा घाघरा नदी की कटान का दायरा
बाराबंकी : घाघरा नदी का जलस्तर तो घटकर खतरे के निशान 106.076 मीटर से आधा मीटर नीचे है पर कटान का दायरा बढ़ रहा है। कटान तो दस गांवों में हो रही है पर बाढ़ कार्य खंड सिर्फ टेपरा में ही काम कर रहा है। गांवों के कटने से बेघर हो रहे लोगों को सुरक्षित ठिकाना भी नहीं मिल पा रहा।
सोमवार को सिरौलीगौसपुर क्षेत्र के ग्राम टेपरा मजरे कोठरी गौरिया, कुर्मिन टेपरा, सनावां, गेदरापुर, भंवरकोल, सरायं सुर्जन, सूबेदार पुरवा, रामनगर तहसील के ग्राम कोरिनपुरवा मजरे तपेसिपाह, जैनपुरवा व कचनापुर में कटान हो रही है। एसडीएम सिरौलीगौसपुर अशोक कुमार ने अपनी तहसील के सभी कटान प्रभावित गांवों में रोकथाम के लिए अधिशाषी अभियंता बाढ़ कार्य खंड को पत्र लिया लेकिन मात्र टेपरा गांव में ही कटान से बचाव का काम शुरू किया गया है। एसडीएम के पत्र के बावजूद अधिशाषी अभियंता बाढ़ कार्य खंड उत्कर्ष भारद्वाज का यह कथन और चौकाने वाला है कि सिर्फ टेपरा में ही कटान हो रही है। संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ रहा है। इसके मद्देनजर सीएचसी सिरौलीगौसपुर की टीम ने बाढ़ पीड़ितों को दवाओं का वितरण किया और स्वच्छता का ध्यान रखने की सलाह दी।
तहसीलदार ने किया निरीक्षण : तहसीलदार सिरौलीगौसपुर अखिलेश कुमार सिंह ने सोमवार को सरायं सुर्जन व भंवरी कोल गांव में कटान की स्थिति देखी। उन्होंने कहा कि टेपरा के 100 बाढ़ पीड़ित परिवारों गिदरापुर पंचायत में जमीन दिलाई जाएगी।