मुनिवरों के लिए नहीं है उत्तम शौच धर्म
बाराबंकी: कस्बा स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में दशलक्षण पर्व के चलते विविध आयोजनों का
बाराबंकी: कस्बा स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में दशलक्षण पर्व के चलते विविध आयोजनों का क्रम जारी है। उत्तम शुचिभूति के दिन विशेष पूजन एवं विधान किया गया। प्रवचन में अतुल शास्त्री ने कहा कि उत्तम शौच धर्म गृहस्थों के लिए है मुनिवरों के लिए नही, क्योंकि वे लोकाश्रित हैं। उन्होंने कहा कि लोभी व्यक्ति लौकिक और अलौकिक दोनों जीवन में कभी सुखी नहीं रहता। अष्टमी के दिन इंद्रों द्वारा विशेष भक्ति का विधान किया गया है। मंदिर में प्रात:काल शांतिधारा के साथ अभिषेक पूजन हुआ। शाम को आरती एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए। समाज के नौनिहालों के आध्यात्मिक ज्ञान को प्रश्नमंच आयोजित कर टटोला गया जिसमें प्रथम स्थान अंशिका जैन, सचिन जैन को संयुक्त रूप से मिला जबकि आलोक जैन द्वितीय स्थान पर रहे। मंदिर में शांति धारा नेमकुमार जैन के परिवार द्वारा की गई। विजय जैन, समाजसेवी केके जैन, विपिन जैन, संदीप जैन, मुन्नालाल जैन, नेम कुमार जैन, कुमकुम जैन, रजनी जैन, अंशिका जैन, माया जैन सहित काफी संख्या में महिलाएं और बच्चे मौजूद रहे।