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रात में चारों शव का पीएम, सुबह लखनऊ में हुआ अंतिम संस्कार

पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण फांसी लगना सामने आया है। वहीं उनका विसरा सुरक्षित कर जांच के लिए भेजा जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2020 01:01 AM (IST)Updated: Thu, 16 Jul 2020 01:01 AM (IST)
रात में चारों शव का पीएम, सुबह लखनऊ में हुआ अंतिम संस्कार
रात में चारों शव का पीएम, सुबह लखनऊ में हुआ अंतिम संस्कार

बाराबंकी : बच्चों की हत्या कर जान देने वाले दंपती के शवों का पोस्टमार्टम मंगलवार देर रात ही करा दिया गया। पोस्टमार्टम में मौत का कारण फांसी लगाना आया है और विसरा भी सुरक्षित रखा गया है। पीएम के बाद शव परिवारजन के सिपुर्द कर दिया गया। बुधवार की भोर में शवों को लखनऊ के भैंसाकुंड ले जाकर परिवारजन ने अंतिम संस्कार भी करा दिया।

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कोतवाली नगर के आवास-विकास कॉलोनी में किराए पर रहने वाले ललित किशोर गौड़ ने अपनी पत्नी प्रीति, पुत्र प्रेम व अकृत के साथ फांसी लगाकर जान दे दी थी। मूल रूप से मऊ के घोसी थाना क्षेत्र के ग्राम पिढ़वल जमालपुर निवासी ललित यहां दो साल से रह रहे थे। सुसाइड नोट और पेन ड्राइव के वीडियो से पुलिस प्रथम दृष्टया परिवारजन से संपत्ति विवाद में यह कदम उठाने की बात कही थी। जबकि मकान मालिक योगेंद्र ने ललित से हुई बात के आधार पर कहा कि वह कर्ज से डूबा था। इस सनसनीखेज वारदात की सूचना पर भाई शोभित व अन्य परिवारजन ने देर रात यहां पहुंचे जिसके बाद पुलिस ने रात में ही शवों का पीएम कराया। एएसपी आरएस गौतम ने बताया कि लखनऊ में मृतक के रिश्तेदार रहते थे, इसलिए वहां ले जाकर अंतिम संस्कार किया गया। मऊ में मकान के बंटवारे को लेकर ही मुख्य विवाद सामने आया है।

रिलायंस में नौकरी करता था ललित : नगर कोतवाल पंकज सिंह ने बताया कि ललित पहले दिल्ली में रहता था और जहां वह रिलांयस कंपनी में काम करता था। दो साल पहले वह तबादले पर लखनऊ आया और यहां किराए के कमरे में रहने लगा। दिल्ली में नौकरी के दौरान उसने मऊ में बने मकान में सर्वाधिक योगदान दिया था। इसी मकान के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था।

तो क्या सीधे फंदे पर लटकाया बच्चों को : हालांकि, पीएम में विसरा सुरक्षित रखा गया है, पर मौत का कारण स्पष्ट तौर पर फांसी लगाना आया है। इसलिए पुलिस का कहना है कि बच्चों को भी सीधे फंदे से टंगा गया है। हालांकि, उन्हें इससे पहले कोई बेहोशी की दवा दी गई थी अथवा सोते समय मौत के घाट उतारा गया। यह विसरा रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा।

प्रीति का पूरा परिवार है क्वारंटाइन : कोतवाल ने बताया कि मृतका प्रीति भी मऊ की निवासी थी। उसके रिश्तेदार आए थे लेकिन परिवारजन नहीं आए। क्योंकि पूरा परिवार कोराना संक्रमित होने के कारण क्वारंटाइन है। मृतका के परिवार में 15 सदस्य हैं।

जनरल डायरी (जीडी) में डाला तस्करा, होगी जांच : इस घटना क्रम का पुलिस ने कोतवाली की जीडी में तस्करा डाला दिया है। वहीं अभी पीएम रिपोर्ट और विसरा की जांच बाकी है। पीएम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस पूरे प्रकरण की विवेचना करेंगी। जिसका नित जीडी में उल्लेख किया जाएगा।


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